फीस वृद्धि पर होली फैमिली कान्वेंट की मैनेजमेंट व अभिभावक आमने-सामने, स्कूल का घेराव, नारेाबजी
नर्सरी कक्षा से दसवीं तक के विद्यार्थियों की बढ़ाई गई फीसों को लेकर होली फैमिली कान्वेंट स्कूल मैनेजमेंट व अभिभावक आमने सामने हो गए हैं। फीसों में की गई भारी बढ़ोतरी को लेकर गुस्साए अभिभावकों ने शनिवार को स्कूल का घेराव करते हुए स्कूल के समक्ष धरना लगाया तथा जमकर नारेबाजी भी की।
संवाद सहयोगी, रूपनगर : नर्सरी कक्षा से दसवीं तक के विद्यार्थियों की बढ़ाई गई फीसों को लेकर होली फैमिली कान्वेंट स्कूल मैनेजमेंट व अभिभावक आमने सामने हो गए हैं। फीसों में की गई भारी बढ़ोतरी को लेकर गुस्साए अभिभावकों ने शनिवार को स्कूल का घेराव करते हुए स्कूल के समक्ष धरना लगाया तथा जमकर नारेबाजी भी की। इस मुद्दे को लेकर पिछले एक माह से अभिभावकों व मैनेजमेंट के बीच तनाव चल रहा है। लगभग दो सप्ताह पहले स्कूल के समक्ष दिए गए धरने को शांत करने के लिए मौके पर पहुंचे एसआइ दानिशवीर सिंह ने दोनों पक्षों से बातचीत करते हुए दो दिनों के भीतर समस्या का समाधान करवाने का भरोसा दिलाया था लेकिन समाधान नहीं हुआ। अभिभावकों ने दोबारा एकत्रित होते हुए स्कूल मैनेजमेंट को खुली चेतावनी दी थी कि अगर फीस बढ़ाने संबंधी फरमान वापस नहीं हुआ तो स्कूल के समक्ष पक्का धरना लगाया जाएगा।
अभिभावकों में शामिल नमिता सिक्का, मनदीप कौर, मीना सैनी, बलविदर कौर, गायत्री, परमजीत कौर, पूजा वासन, ज्योति शर्मा, चरणजीत सिंह, हरजीत सिंह, दलजीत सिंह, अमरजीत सिंह, अवतार सिंह, राजू, सर्बजीत सिंह, नवजोत सिंह, गुरप्रीत सिंह तथा गुरमुख सिंह आदि ने कहा कि स्कूल मैनेजमेंट ने फीसों में 1500 रुपये से 3300 तक बढ़ोतरी कर दी है। उन्होंने बताया कि पहले लाकडाउन के दौरान 4300 रुपये फीस थी जिसके बाद फीस बढ़ाते हुए 6000 रुपये की गई जबकि अब 9000 रुपये की गई है जोकि अभिभावकों के साथ सीधा धक्का है। उन्होंने कहा कि पहली व दूसरी तिमाही में तो फीस नियमानुसार ही ली गई थी लेकिन तीसरी तिमाही में फीसों में 35 फीसदी का जबकि चौथी तिमाही में 102 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि अगर स्कूल द्वारा जारी किए जानने वाले फीस कार्ड को देखा जाए तो उसमें स्पष्ट लिखा है कि फीसों में दस फीसदी बढ़ोतरी की जा सकती है जबकि अब स्कूल मैनेजमेंट फीसों में बढ़ोतरी करते हुए अन्याय कर रही है। उन्होंने कहा कि हैरानी तो इस बात की है कि स्पोर्ट्स एक्टिविटी तथा लैब तक बंद होने के बावजूद उसके फंड में डाले जा रहे हैं जबकि हाईकोर्ट के नियमानुसार भी साल में मात्र एक बार दस फीसदी फीस में बढ़ोतरी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि अब मैनेजमेंट द्वारा फोन करते हुए बच्चों का दाखिला रद्द करने तथा पेपरों में नहीं बैठने देने या रिजल्ट रोकने की धमकियां दी जाने लगी हैं। अभिभावकों ने कहा कि इस बारे अब जिला शिक्षाधिकारी के पास भी शिकायत की गई है ताकि इस तनाव को जल्द से जल्द खत्म किया जा सके।
दो सदस्यीय टीम गठित की गई, जांच के बाद होगी कार्रवाई : डीईओ
इस बारे में जिला शिक्षाधिकारी (डीईओ)जरनैल सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि मामला उनके ध्यान में है। इसको सुलझाने के लिए उन्होंने दो सदस्यीय कमेटी बना दी है जोकि सारी पड़ताल करने के बाद दो दिनों में रिपोर्ट देगी। इसके बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।
आरोप निराधार, केवल ट्यूशन फीस ली जा रही : प्रिंसिपल
इस बारे स्कूल की प्रिसिपल सिस्टर आलीना से बात की गई तो उन्होंने लगाए गए आरोपों को नकारते हुए कहा कि बच्चों की जो फीस ली जा रही हैं वो सेशन 2018-19 की हैं। 2020-21 वाले सेशन की केवल ट्यूशन फीस ही ले गई हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया किअन्य स्कूलों की तुलना में उनकी फीसें पहले ही काफी कम हैं।