11 महीने से नहीं मिला वेतन, बच्चों समेत डीएफओ दफ्तर में दिया धरना
रूपनगर वन विभाग के अस्थायी कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा है। पिछले 11 माह से वन विभाग के अस्थायी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है।
जागरण संवाददाता, रूपनगर
वन विभाग के अस्थायी कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा है। पिछले 11 माह से वन विभाग के अस्थायी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है। उनकी दीपावली भी काली रही और अब परिवारों का पालन पोषण भी मुश्किल हो रहा है। बुधवार को अस्थायी वन कर्मचारियों ने अपने बच्चों को साथ लेकर डीएफओ दफ्तर में धरना दिया। दोपहर तक कोई सुनवाई न होने पर अस्थायी कर्मचारियों ने विधानसभा स्पीकर राणा केपी ¨सह के घर का रुख कर लिया, लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को सर¨हद नहर मार्ग पर अंबेडकर भवन के निकट ही रोक दिया। प्रदर्शनकारियों ने वहीं बैठकर रोड जाम करके आधा घंटा प्रदर्शन किया और डीएफओ के खिलाफ नारेबाजी की। ऑल इंडिया मजदूर दल द्वारा राष्ट्रीय प्रधान तथा मुलाजिम फ्रंट के सीनियर उपाध्यक्ष गुरदीप ¨सह ढींगी की अगुवाई में डीएफओ दफ्तर में सुबह 11 बजे धरना शुरू कर दिया था। प्रदर्शनकारी पिछले 11 माह के बकाया वेतन जारी करने की मांग कर रहे हैं। धरने के दौरान डीएफओ के बिना बैठक किए चले जाने के विरोध में कर्मचारियों ने सर¨हद नहर मार्ग पर करीब आधा घंटा रोड जाम किया। एसएचओ थाना सदर राज पाल ¨सह गिल के आने के बाद वन विभाग के सुप¨रटेंडेंट के आश्वासन पर रोड जाम खोला गया। सुप¨रटेंडेंट ने 16 नवंबर को डीएफओ के साथ बैठक का आश्वासन दिलाया। ऑल इंडिया मजदूर दल द्वारा राष्ट्रीय प्रधान तथा मुलाजिम फ्रंट के सीनियर उपाध्यक्ष गुरदीप ¨सह ढींगी, उप प्रधान पंजाब सेवा ¨सह भंगाला, सचिव पंजाब शेर ¨सह सरसा नंगल ने बताया कि वन विभाग के डेलीवेज कर्मचारियों को पिछले 11 माह से वेतन नहीं दिया गया है। उनको आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है। जिससे उनके परिवार का पालन करना भी बहुत मुश्किल हो गया है। ढींगी ने बताया कि बकाया वेतन के अलावा स्किलड रेट के अनुसार सीनियरता सूची भी नहीं बनाई गई तथा न ही इन मजदूरों पर श्रम कानून लागू किया गया है। जो कर्मचारी लेबर कोर्ट द्वारा रखे गए हैं, की छंटनी बंद की जाए। इन सभी मांगों को लेकर जत्थेबंदी लगातार वेतन जारी न होने तक डीएफओ रूपनगर के कार्यालय का घेराव किया जाएगा, जिसकी सारी जिम्मेदारी वन विभाग तथा जिला प्रशासन की होगी। इस मौके प्रेम कुमार आनंदपुर साहिब, हरमेश कुमार नूरपुरबेदी, राम ¨सह हरीपुर, करमजीत ¨सह चमकौर साहिब, अजमेर सिह चमकौर साहिब, राम चंद, सेवा ¨सह, साधू ¨सह आदि ने कहा कि अगर उनकी मांगें जल्द न मानी गई तो संघर्ष को ओर तेज किया जाएगा।