लेखक बलदेव सिंह कोरे की निमित अंतिम अरदास कल
प्रसिद्ध साहित्यकार बलदेव सिंह कोरे को आठ अप्रैल को निधन हो गया था।
जागरण संवाददाता, रूपनगर: प्रसिद्ध साहित्यकार बलदेव सिंह कोरे को आठ अप्रैल को निधन हो गया था। उनके निमित अंतिम अरदास कल गुरुद्वारा हेड दरबार टिब्बी साहिब में होगी। साहित्य को समर्पित इस शख्सियत का जन्म पंजाब के बस्सी पठाना कस्बे में माता जगीर कौर और पिता जवाहर सिंह के घर 23 अगस्त 1942 को हुआ था। पढ़ाई के बाद पहले वह कृषि विभाग में क्लर्क और बाद में प्राइमरी अध्यापक बने। पंचायत विभाग में बतौर पंजाबी स्टेनो टाइपिस्ट की नौकरी की शुरुआत के बाद वह आखिर में इसी विभाग से बतौर जिम्मेदार पोस्ट ब्लाक विकास और पंचायत अफसर आनंदपुर साहिब से 2000 में सेवा मुक्त हुए थे। 1976 में उनका तबादला रूपनगर में हआ। यहां उनका मिलना गुरिदर सिंह प्रीत के साथ हुआ, जो जिला लिखारी सभा के साथ जुड़ हुए थे। इस दौरान उनको साहित्य जगत की ऐसी लगन लगी कि उन्होंने अपने जीवनकाल में चार बड़े कहानी संग्रह, चार पुस्तकें कहानियां, पांच पुस्तकें नाटक एकांकी सहित अन्य पुस्तकें लिखीं। नौकरी से सेवामुक्ति के बाद 2000 में जन समाचार नाम का पखवाड़ा अखबार चालू किया। वह जिला लिखारी सभा रूपनगर के सरपस्त भी रहे। कोरे अपनी पुस्तक 'लड्डू मोती चूर के ' लेख संग्रह को रिलीज करने की तैयारी ही कर रहे थे कि बीती आठ अपै्रल को उनका निधन हो गया। वह कोरोना पाजिटिव थे। जिला लिखारी सभा रूपनगर के प्रधान एडवोकेट सुरेश कुमार भ्योरा ने बताया कि बलदेव सिंह कोरे की निमित अंतिम अरदास कल गुरुद्वारा हेड दरबार टिब्बी साहिब में दोपहर 12 से एक बजे तक होगी। पंडित देव राज पंचतत्व में विलीन जागरण संवाददाता, नंगल: नंगल शहर के निकट बरारी गाव के नंबरदार धर्मपाल सोढ़ी के पिता पंडित देव राज का निधन हो गया। उनका वीरवार दोपहर बरारी गाव के श्मशानघाट पर अंतिम संस्कार किया गया। उनके निधन पर पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा केपी सिंह, पार्षदा वीना ऐरी, व्यापार मंडल के प्रधान राजेश आगरा, महासचिव उमाकात शर्मा, देवेंद्र शर्मा, तलविंदर सिंह, पवन शर्मा, एडवोकेट अशोक मनोचा, राज मनोचा, किशन पाल राणा, तरसेम सिंह, बृजमोहन जैन, सरबजीत सैनी व हरीश कपिला ने दुख जताया। इनके अलावा राम प्रकाश द्विवेदी, एडवोकेट परमजीत सिंह पम्मा, रमेश शर्मा, तरनजीत सिंह फौजी, हरदीप सिंह, बलदेव राज फौजी, अश्रि्वनी शर्मा, पंडित गुरदास राम व मनवीर सिंह आदि ने भी दुखी स्वजनों से संवेदना जताई।