दो साल में पकड़ा 10 क्विंटल पॉलीथिन, फिर भी जारी है प्रयोग
रूपनगर के शहरों में में पॉलीथिन का प्रयोग धड़ल्ले से जारी है।
अरुण कुमार पुरी, रूपनगर: जिले में पॉलीथिन का प्रयोग धड़ल्ले से जारी है। स्वार्थ पूरा होने के बाद लोग पॉलीथिन को सड़कों व नाले-नालियों के किनारे फेंक रहे हैं, जिससे नालियां ब्लॉक हो रही हैं। हालांकि पॉलीथिन को स्टोर करने, सप्लाई करने व बिक्री करने पर पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने रोक लगाई हुई है, फिर भी इसका प्रयोग जारी है। समस्या को समझते हुए कौंसिल ने इसका प्रयोग करते पकड़े जाने वालों को जुर्माना करने का प्रावधान भी कर रखा है, लेकिन इसको स्टोर व बिक्री करने वालों पर कोई खास कार्रवाई नहीं हो रही है। पिछले कुछ समय से जिले में विभिन्न नगर कौंसिल की टीमों ने गई चालान भी किए हैं। इसके अलावा दो साल में लगभग 10 क्विंटल पॉलीथिन भी दुकानदारों से कब्जे में लिया है, फिर भी यह शहर की दुकानों में गुपचुप तरीके से प्रयोग किया जा रहा है। होलसेलर पॉलीथिन बंद करने की बजाय स्टोर करने वाले स्थल को बदलते हुए दुकानों पर सप्लाई कर रहे हैं। यही कारण है कि हर रेहड़ी-फड़ी के साथ छोटी दुकानों पर इसका प्रयोग सरेआम जारी है।
हिमाचल व चंडीगढ़ में बंद है पाबंदी सोचने वाली बात यह भी है कि आज भी ब्रेड सहित नमकीन, दूध व पैक्ड फूड आदि पॉलीथिन में आता व बिकता है। इसके बारे शायद अभी तक कोई नियम नहीं है। वैसे भी पॉलीथिन का प्रयोग करते हुए पकड़े जाने पर जुर्माना राशि बहुत कम है। वहीं अगर पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश व चंडीगढ़ में पॉलीथिन का प्रयोग पूरी तरह से बंद हो सकता है, तो पंजाब अंदर क्यों नहीं।
बंद होना चाहिए प्रयोग: गोयल सीनियर सिटीजन रमेश गोयल ने कहा कि लोगों को यह समझ लेना चाहिए कि पॉलीथिन वो धीमा जहर है जो आने वाली पीढि़यों के लिए बड़ी परेशानियों का कारण बन सकता है। इसलिए हर किसी को पॉलीथिन का प्रयोग तुरंत प्रभाव से बंद कर देना चाहिए।
मोटा जुर्माना लगे: पीके उप्पल एडवोकेट पीके उप्पल कहते हैं कि राज्य की सीमा से ही पॉलीथिन के आयात को रोक देना चाहिए। अगर सरकार यह नहीं कर सकती तो पॉलीथिन स्टोर, बिक्री व प्रयोग करने वालों पर मोटा जुर्माना लगाने का प्रावधान करना चाहिए।
संयुक्त अभियान चलाएंगे: माक्कड़ ऊधर नगर कौंसिल के अध्यक्ष परमजीत सिंह माक्कड़ ने कहा कि कौंसिल प्रबंधन ने इस मामले में पहले से ही सख्त रुख अपनाया हुआ है। अब अन्य नगर कौंसिल को संपर्क में लेते हुए पूरे जिले में एक साथ अभियान चलाने के बारे में विचार किया जाएगा।