सांसारिक कामकाज सहित प्रभु की भक्ति भी करें: धर्मपाल
निर्मल उदासीन कमेटी डेरा गांव जटवाहड़ में संत रामू दास जी का वार्षिक बरसी समारोह मनाया गया।
संवाद सहयोगी, नूरपुरबेदी: निर्मल उदासीन कमेटी डेरा गांव जटवाहड़ में संत रामू दास जी का वार्षिक बरसी समारोह मनाया गया। इस अवसर पर पधारे संत धर्मपाल जी ने प्रत्येक जीवात्मा को प्रभु सुमिरन का उपदेश दिया। उन्होंने कहा कि हमें सांसारिक कामकाज के साथ-साथ उस प्रभु की भक्ति भी अवश्य करनी चाहिए, जिसने समूह सृष्टि की संरचना की है। विश्व रोग एवं दुख की नगरी है। यहां की प्रत्येक वस्तु नश्वर है तथा फिर भी लोग मुस्कुराने के बजाय आक्रोशित बने रहते हैं। उन्होंने कहा कि नम्र स्वभाव का व्यक्ति जहां कृपा एवं प्रेम का पात्र बनता है, वहीं अहंकारी व्यक्ति निराश रहता है। अहंकार एवं लालच भक्ति के मार्ग में जहर के समान है। अहंकारी कहता है कि वह विद्वानी है और भ्रमपूर्वक स्वयं को ज्ञानी समझने लगता है, जोकि उसकी गलतफहमी है। उन्होंने संगत को उपदेश देते हुए कहा कि हम सभी को संत महापुरुषों के दर्शाए मार्ग पर चलते हुए जीवन सार्थक करना चाहिए। इस मौके कमेटी के प्रधान मनजीत करतारपुरी, अमरीक सरथली, जगतार जग्गी, नीलम कुमारी, पूजा रानी, जगदीश सिंह बोधनी, बिट्टू फ्लोरवाला, रतन एंड पार्टी टौंसा ने धार्मिक गुणगान कर अपनी हाजिरी लगवाई। इस दौरान गुरु का अटूट लंगर भी बरताया गया।