अंहकारियों पर नहीं होती प्रभु की कृपा
शिव महापुराण कथा के धार्मिक कार्यक्रम के सातवें दिन शुक्रवार को उद्गार व्यक्त करते हुए हिमाचल के अलसु गांव से पधारे संजय शास्त्री ने कहा कि अंहकार से भरे प्राणी पर कभी प्रभु की कृपा नहीं हो सकती।

जागरण संवाददाता, नंगल: शिव महापुराण कथा के धार्मिक कार्यक्रम के सातवें दिन शुक्रवार को उद्गार व्यक्त करते हुए हिमाचल के अलसु गांव से पधारे संजय शास्त्री ने कहा कि अंहकार से भरे प्राणी पर कभी प्रभु की कृपा नहीं हो सकती। प्रभु उन पर ही अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं, जो अंहकार से दूर रहकर समर्पण, सहयोग, सम्मान की भावना दिल में लिए समाज की बेहतरी के लिए योगदान देना अपना परम कर्तव्य समझते हैं। पूज्य श्री ने संगीतमय भजन की प्रस्तुति से समूचे वातावरण को शिवमय बनाते हुए कहा कि देवों के देव महादेव की महिमा अपरंपार है। उनकी कृपा होते ही प्राणी दुखों से मुक्त होकर समृद्ध व सुखी जीवन व्यतीत करने लग जाता है। मनुष्य को समय निकाल कर प्रभु का सिमरन करते हुए समाज के हर दीन दुखी की मदद करने के लिए सेवाएं प्रदान करते रहना चाहिए। पांच दिसंबर तक चलने वाले इस कार्यक्रम के आयोजकों व प्रीत नगर के एडवोकेट राकेश बाली, अमित कौशल, राकेश मेहता, वीरेंद्र बाली आदि ने बताया कि समापन कार्यक्रम के समापन पर दोहपर 12 बजे अटूट लंगर लगाया जाएगा। इस दिन संजय शास्त्री व अन्य भजनोंपदेशकों को सम्मानित भी किया जाएगा। कार्यक्रम में योगाचार्य आरएस राणा तथा सुंदरकांड मंडली दोबेटा के भक्तों ने संजय शास्त्री को सम्मानित करते हुए कहा कि उनका संगठन भी धर्म प्रचार के लिए योगदान दे रहा है। समारोह में राम पाल पाली, धर्म पाल बंसल, अनिल शास्त्री, शिव कुमार शर्मा, मुनीष वशिष्टक, प्रभलीन,बुद्धि सिंह रावत, अजय शर्मा, कमल किशोर कौशल, आरके कटोच, राजेश शर्मा, अमन शर्मा, पंकज शर्मा, बलदेव शर्मा, भूवनेश्वर शर्मा आदि भी मौजूद थे।
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