रात्रि विश्राम के बाद नगर कीर्तन आनंदपुर रवाना
श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400 वें प्रकाश पर्व को लेकर गुरु के महल श्री अमृतसर से आरंभ हुआ नगर कीर्तन रविवार रात 11 बजे गुरुद्वारा श्री भट्ठा साहिब पहुंचा।
जागरण संवाददाता, रूपनगर: श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400 वें प्रकाश पर्व को लेकर गुरु के महल श्री अमृतसर से आरंभ हुआ नगर कीर्तन रविवार रात 11 बजे गुरुद्वारा श्री भट्ठा साहिब पहुंचा। सोमवार सुबह नौ बजे नगर कीर्तन गुरुद्वारा श्री भट्ठा साहिब से आरंभ हुआ और बड़ी संख्या में पहुंची संगत ने इसमें शिरकत की। इसके बाद नगर कीर्तन आनंदपुर साहिब रवाना हो गया। इस दौरान संगत ने गुरु महाराज के साथ संबंधित पुरातन शस्त्रों के दर्शन किए। इस मौके पूर्व शिक्षा मंत्री एवं शिअद के उपाध्यक्ष डा. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि संगत को सिख इतिहास के साथ जोड़ने और श्री गुरु तेग बहादुर जी की तरफ से दिए बलिदान से वाकिफ करवाने के लिए एसजीपीसी की तरफ से गुरु महाराज के 400 वें प्रकाश पर्व को लेकर यह नगर कीर्तन सजाया है। नगर अमृतसर से अलग अलग शहरों से होते हुआ श्री भट्ठा साहिब पहुंचा है। नगर कीर्तन का गांव चक्कलां, रोडमाजरा, गांव सिंह भगवंतपुरा, रंगीलपुर, भ्योरा व पावर कालोनी की संगत ने स्वागत किया गया। नगर कीर्तन के स्वागत के लिए सजावटी गेट बनाए गए थे। श्रद्धालुओं ने पालकी साहिब और गुरु महाराज के दर्शन कर वाहेगुरु का शुकराना किया। इस दौरान शिरोमणि कमेटी मेंबर अजमेर सिंह खेड़ा, शहरी अकाली दल के प्रधान परमजीत सिंह मक्कड़, मनिदरपाल सिंह साहनी, वेद प्रकाश चौधरी, मनप्रीत सिंह गिल, करनैल सिंह तंबड़, मनजिदर सिंह धनोआ, हरजीत कौर, जत्थेदार भाग सिंह, एडवोकेट अमिदरप्रीत सिंह बावा, गुरुद्वारा श्री भट्ठा साहिब के मैनेजर अमरजीत सिंह जिदवड़ी, कथावाचक पवित्तर सिंह, अकाउंटेंट करमजीत सिंह, रिकार्ड कीपर गुरमीत सिंह आदि मौजूद थे।