10 रुपये में मिलने वाला मास्क 40 में बेच रहे कैमिस्ट
कोरोना वायरस का भय इस कद्र व्याप्त है कि हर कोई मास्क और सेनिटाइजर की खरीद के लिए भागमभाग कर रहा है।
संवाद सहयोगी, रूपनगर
कोरोना वायरस का भय इस कद्र व्याप्त है कि हर कोई मास्क और सेनिटाइजर की खरीद के लिए भागमभाग कर रहा है। बाजार से मास्क व सेनेटाइजर का स्टॉक लगभग खत्म हो चुका है। लगभग दवाइयों की हर दुकान पर यही जवाब मिल रहा है कि इनका स्टॉक समाप्त हो चुका है। वहीं कुछ कैमिस्ट ऐसे भी हैं, जो मात्र 10 रुपये में मिलने वाला मास्क को चोरी छिपे 40 रुपये में बेच रहे हैं। अपने बचाव के लिए वह यह भी जरूर कहते हैं कि उनके पास अभी स्टॉक नहीं है। पैसे जमा करवा दो और कल आकर ले जाना। इसी प्रकार सेनेटाइजर तो 60 से 70 रुपये में मिला है, उसे भी दुकानदार 100 रुपये में बेच रहे हैं। एक सप्ताह पहले मास्क व सेनिटाइजर का पर्याप्त स्टॉक था , लेकिन कोरोना वायरस की दहशत से सारा स्टाक खत्म हो चुका है। अब डीलर भी माल सप्लाई नहीं कर रहे हैं। सौरभ कुमार, कैमिस्ट, सिटी मेडिकल स्टोर,रूपनगर हमारे पास तो पहले ही सीमित स्टॉक था, जोकि पिछले सप्ताह ही समाप्त हो गया है। अब थोक बाजार में भी मास्ट और सेनेटाइजर का स्टॉक नहीं मिल रहा है।
प्रशांत, मालिक, डीएस मेडिकोज, रूपनगर। बड़ी कोशिश कर हर दिन मास्क और सेनिटाइजर के दो-चार पीस लाते हैं, जो उसी वक्त हाथों हाथ बिक जाते हैं। जो लोग इनको ब्लैक में बेच रहे हैं, वह ठीक नहीं है।
हरदयाल सिंह, मालिक , सैनी मेडिकल स्टोर, रूपनगर। चार दिन पहले उनके यहां पास मास्क व सेनेटाइजर का काफी स्टॉक था। पर अब हालात यह हैं कि उनके अपने परिवार के लिए भी मास्क या सेनिटाइजर नहीं है।
गुरमीत सिंह, मालिक, हुंजन मेडिकल स्टोर, रूपनगर ।
डरें नहीं , जागरूक रहें: सिविल सर्जन करोना वायरस से किसी को डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि केवल कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है। नाक का बहना, कफ व खांसी, गले में दर्द व कई दिनों तक रहने वाला बुखार इसके लक्षण हैं। जानवरों व संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से यह वायरस फैलता है। इसलिए सभी डरें नही और जागरूक रहें
बचाव के लिए यह सावधानियां बरतें . वायरस का आकार 400 से 500 माइक्रोन होता है, इसलिए कोई भी मास्क इसके प्रवेश को रोक सकता है।
. यह वायरस हवा में नहीं रहता। यह किसी वस्तु या किसी जीव के माध्यम से ही एक जगह से दूसरी जगह जाता है।
. यह वायरस किसी धातु पर पड़ा हो, तो 12 घंटे तक ही जीवित रह सकता है।
. कपड़ों पर यह वायरस नौ घंटे तक रहता है। कपड़ों को अच्छी तरह साबुन से धोएं ।
. कपड़ों को तेज धूप में ही सुखाएं, ताकि वायरस खत्म हो सके।
. हाथों पर यह वायरस दस मिनट तक जीवित रहता है, इसलिए एल्कोहल या सेनेटाइजर को लगाते रहें।
. शंकित व्यक्ति को भीड़भाड़ वाले स्थलों पर नहीं जाना चाहिए।