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वर्टिकल शाफ्ट की मरम्मत के बाद साइफन खराब, रविवार को भी नहीं आया पानी

रूपनगर शहर के अंदर वाटर सप्लाई सिस्टम व सीवरेज सिस्टम को सुचारू कर पाने में रूपनगर नगर कौंसिल पूरी तरह से असफल साबित हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Nov 2020 04:54 PM (IST)Updated: Sun, 22 Nov 2020 04:54 PM (IST)
वर्टिकल शाफ्ट की मरम्मत के बाद साइफन खराब, रविवार को भी नहीं आया पानी
वर्टिकल शाफ्ट की मरम्मत के बाद साइफन खराब, रविवार को भी नहीं आया पानी

अरुण कुमार पुरी, रूपनगर: रूपनगर शहर के अंदर वाटर सप्लाई सिस्टम व सीवरेज सिस्टम को सुचारू कर पाने में रूपनगर नगर कौंसिल पूरी तरह से असफल साबित हो रही है। हालात यह हैं कि शहर अंदर कभी सीवरेज जाम हो जाता है, तो कभी पानी की सप्लाई बाधित हो जाती है। नगर कौंसिल की खामियों का खामियाजा शहर वासियों को कभी पानी की कमी के रूप में तो कभी सीवरेज के पानी की बदबू के रूप में भुगतना पड़ता है, लेकिन किसी भी समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो रहा है, जिसके चलते लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है। शहर के लगभग हर वार्ड को पानी की आपूर्ति भाखड़ा नहर से साइफन द्वारा पानी उठाकर की जाती है। इसी साइफन के माध्यम से सबसे पहले पानी को नगर कौंसिल के वाटर व‌र्क्स में बनाई गई चार लाख गैलेन वाली टंकी में स्टोर किया जाता है, जिसके बाद यहां से पूरे शहर को पानी शुद्ध करने के बाद सप्लाई किया जाता है। इसी प्रकार नगर से उठाए जाने वाले पानी का फ्लो कम न हो इसके लिए वर्टिकल शाफ्ट की मदद ली जाती है। लगभग आठ माह पहले वर्टिकल शाफ्ट ने नगर कौंसिल के पसीने छुड़ाए हुए हैं, जबकि शहर वासियों को कई दिनों तक पानी की बूंद बूंद के लिए तरसना पड़ा। अब लगभग 20 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद वर्टिकल शाफ्ट सही हुई, तो साइफन खराब हो गया जिसके चलते शहर अंदर पानी की सप्लाई दोबारा बाधित हो गई। इसी बीच नई पाइप लाइन भी डाली गई। साइफन ठीक होने के साथ वाटर सप्लाई की सिस्टम सुचारू हुआ और शहर वासियों ने राहत की सांस ली। लेकिन अब साइफन में दोबारा फाल्ट आ गया है। पिछले दो दिनों से नगर कौंसिल एवं वाटर सप्लाई की टीम लगातार साइफन को ठीक करने में लगी हुई है व रोज कहा जाता है कि शाम तक पानी की सप्लाई सुचारू हो जाएगी, लेकिन रविवार शाम होने तक साइफन ठीक नहीं हो सका है, जिसके चलते पूरा दिन शहर के ज्यादातर घरों में पानी की सप्लाई नहीं हुई। रूपनगर शहर में 65 हजार आबादी के लिए पिछली अकाली सरकार के कार्यकाल में 100 फीसदी पेयजल प्रोजेक्ट 56 करोड़ की लागत से अमल में लाया गया। दस सालों में प्रोजेक्ट बनकर तैयार हुआ, लेकिन उसकी छोटी छोटी खामियों के कारण आज भी पेयजल सप्लाई 100 फीसद नहीं हो पाई है। चार लाख गैलन की टंकी बनाकर भी शहर की प्यास नहीं बुझाई जा सकी है। कभी किसी मोहल्ले में पेयजल की किल्लत रहती है, तो कभी किसी मोहल्ले से सूचना आती है कि आज सीवरेज की लाइन जाम हो गई है जिसके बाद गंदा पानी घरों तक मार करने लगा है।

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इस बारे शिवसेना बाल ठाकरे की पंजाब प्रदेश इकाई के प्रदेश उपाध्यक्ष अश्वनी शर्मा सहित राज कुमार, समाज सेवी संदीप जोशी, मंगल सिंह, रोशन लाल, तरसेम लाल आदि ने कहा कि पूरा रूपनगर पानी से लबालब भरी नहरों से घिरा हुआ है लेकिन नगर कौंसिल के उदासीन रूख कारण शहर वासी पानी की बूंद बूंद को तरस रहे हैं अश्वनी शर्मा ने कहा कि इस समस्या का अगर स्थायी समाधान जल्द नहीं किया गया, तो उनकी टीम शहर वासियों को साथ लेकर नगर कौंसिल के खिलाफ संघर्ष छेड़ने को मजबूर हो जाएगी। आज ठीक हो जाएगा फाल्ट इस बारे नगर कौंसिल की वाटर सप्लाई के सुपरवाइजर गुरपाल सिंह भूरा सहित परितोष भट्टी, सागर व मनप्रीत आदि ने कहा कि उनकी पूरी टीम पिछले लगातार फाल्ट दूर करने में लगी हुई है। फाल्ट का मुख्य कारण नहर में आने वाली गंदगी है। उम्मीद है कि सोमवार दोपहर तक पानी की सप्लाई को सुचारू बना दिया जाएगा।


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