आंधी से टूटे बिजली के खंभों की अब तक रिपेयर नहीं
मोरिडा इलाके में बिजली सप्लाई के इतने बुरे हाल हैं कि पिछले दिनों आंधी से टूटे हुए खंबे अभी तक ठीक नहीं हो पाए हैं।
संवाद सूत्र, मोरिडा: मोरिडा इलाके में बिजली सप्लाई के इतने बुरे हाल हैं कि पिछले दिनों आंधी से टूटे हुए खंबे अभी तक ठीक नहीं हो पाए हैं। नंबरदार जगविदर सिंह पम्मी, प्रितपाल सिंह कंग प्रधान नंबरदार एसोसिएशन, बहादुर सिंह ढंगराली, परमजीत सिंह गिल पूर्व प्रधान लायनज क्लब मोरिडा, पूर्व पार्षद जगपाल सिंह जोली व सुखदीप सिंह भंगू आदि ने बताया कि मोरिडा इलाके में पावरकाम के पास खंभे ठीक करने का कोई प्रबंध नहीं है। एक-एक जेई को चार-चार फीडर दिए हुए हैं। पंजाब सरकार दावा कर रही है कि मोटरों को आठ घंटे बिजली देने का प्रबंध किया जा चुका है और गांवों और शहरों को 24 घंटे बिजली मिल रही है, लेकिन यहां पर सब दावे झूठे साबित हो रहे हैं। यहां जमीनी हकीकत यह है कि बिजली न आने के कारण लोगों के कारोबार ठप हो गए हैं। किसान धान लगाने के लिए पिछड़ रहे हैं। कई किसानों को महंगे भाव पर डीजल से जेनरेटर चलाने पड़ रहे हैं। पिछले 15 साल में बिजली सप्लाई के इतने बुरे हाल कभी नहीं देखे। बिजली न आने के कारण लोग जेनरेटर और इनवर्टर लगाने के लिए मजबूर तो हो गए हैं, लेकिन हालात यह हो गए हैं कि इनवर्टर चार्ज करने के लिए भी बिजली नहीं आ रही। वहीं इस बारे में पावरकाम के कार्यकारी इंजीनियर धनोआ सिंह ने बताया कि अंडर ब्रिज मोरिडा की काफी लाइनें शिफ्ट करनी पड़ी हैं। थोड़े दिनों में सही बिजली सप्लाई में सुधार होगा। लोगों की समस्या का जल्द समाधान करने का प्रयास किया जा रहा है।