यहां सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क, पता ही नहीं चलता
घाड़ क्षेत्र के गांवों को पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ के साथ मोहाली व हिमाचल राज्य के साथ जोड़ने वाली पुरखाली-बिदरख-चंडीगढ़ सड़क की हालत इस कद्र खस्ता हो चुकी है कि यह पता ही नहीं चलता कि सड़क में गड्ढे पड़े हैं या फिर गड्ढों में सड़क।
संवाद सहयोगी, रूपनगर: घाड़ क्षेत्र के गांवों को पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ के साथ मोहाली व हिमाचल राज्य के साथ जोड़ने वाली पुरखाली-बिदरख-चंडीगढ़ सड़क की हालत इस कद्र खस्ता हो चुकी है कि यह पता ही नहीं चलता कि सड़क में गड्ढे पड़े हैं या फिर गड्ढों में सड़क। सरकार की इस उदासीनता से सड़क जहां अपना अस्तित्व खो रही है, वहीं इस अहम सड़क के आसपास बसे गांवों में रहने वाले लोगों में भी रोष है। उल्लेखनीय है कि पुरखाली से बिदरख वाली सड़क क्षेत्र के गांवों को खिजराबाद, खेड़ा, सियालबा माजरी के रास्ते पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ सहित मोहाली तथा हिमाचल के साथ जोड़ती है । यही सड़क पुरखाली से भंगलां होते हुए मनसाली, घनौली के रास्ते कीरतपुर साहिब व आनंदपुर साहिब को भी घाड़ के गांवों को भी जोड़ती है। गांव बिदरख में बाबा अमरनाथ जी का गुरुद्वारा है, जहां हर दिन संगत का आना-जाना लगा रहता है । उसे भी इस खस्ताहाल सड़क के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। क्षेत्र के रहने वाले गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष जसकीरत सिंह जिम्मी सहित बहादुर सिंह, अवतार सिंह पप्पी, कृष्ण सिंह, सुरमुख सिंह, सरपंच हरजिदर सिंह, पंच सुखविदर सिंह, स्वर्ण सिंह, रणजीत सिंह आदि ने कहा कि छह साल पहले लोगों के रोष को देखते हुए सड़क की लीपापोती तो की गई थी, लेकिन कुछ समय बाद ही सड़क अपना अस्तित्व खो गई । इस सड़क का प्रयोग सबसे ज्यादा वह वाहन चालक करते हैं, जिन्हें टोल प्लाजा बचाना होता है। ऐसे वाहनों में सबसे अधिक संख्या रेत व बजरी वाले टिप्परों के साथ विभिन्न माल की ढुलाई करने वाले भारी वाहनों की है। यही कारण है कि इस सड़क की दयनीय हालत बनी हुई है। इस बारे कई बार विभाग के अधिकारियों के साथ सत्ताधारी पक्ष के नेताओं को सड़क ठीक करवाने की अपील भी की जा चुकी है, लेकिन झूठे वादों के सिवा कुछ हासिल नहीं हुआ। उन्होंने पंजाब सरकार से अपील की कि इस सड़क की जल्द सुध लेते हुए इसकी दशा को सुधारे। अब भी अगर सड़क नहीं बनी, तो वह मुख्य मार्ग पर जाम लगाने से भी पीछे नहीं हटेंगे।