शिवालिक रेंज की हरियाली हर बार चढ़ जाती है आग की भेंट
सुभाष शर्मा, नंगल कई दशकों से समीपवर्ती हिमाचल के पर्वतीय इलाके तथा शिवालिक रेंज के जंगलों में बरक
सुभाष शर्मा, नंगल
कई दशकों से समीपवर्ती हिमाचल के पर्वतीय इलाके तथा शिवालिक रेंज के जंगलों में बरकरार आगजनी की घटनाओं में हर वर्ष हरियाली तथा कीमती वृक्ष जलते आ रहे हैं। इसकी मुख्य वजह ऊंचे पहाड़ों पर आग बुझाने के साधनों की कमी है। आग लगने की छुटपुट घटनाएं शुरू हो चुकी हैं। पर्यावरण के प्रति चिंतित लोगों का यह मानना है कि बढ़ते जा रहे प्रदूषण की तुलना में पौधरोपण की रफ्तार कम होने के चलते यह बेहद अनिवार्य है कि जंगलों में शेष बची वन संपदा को आगजनी से बचाने के लिए गंभीरता दिखाई जाए। अभी तक अनिवार्य इंतजाम नहीं हो सके हैं। इस इलाके में हर बार गर्मियों के दिनों में लगने वाली भीषण आग कई-कई दिन तक जलती है। जिला ऊना के अधीन आते भाखड़ा बांध से सटे जंगलों में विगत माह के दौरान काफी वन संपदा अग्नि की भेंट चढ़ चुकी है व हर वर्ष वन विभाग मात्र यह कह कर ही अपना पल्ला झाड़ता आ रहा है कि ऊंचे पहाड़ों पर आग बुझाना मुश्किल ही नहीं, बल्कि असंभव है। इन हालात में जंगलों का नुकसान बरकरार है। कहा जा सकता है कि अब तक अनगिनत जड़ी बूटियां जल कर नष्ट हो चुकी हैं व कुछ का अस्तित्व खतरे में है।
कहां-कहां लगती है आग
प्रचंड गर्मी पड़ने के समय आग की चपेट में आने वाले इलाकों में शामिल भाखड़ा बांध के आस-पास के जंगलों के अलावा सलांगड़ी, बीहड़ू, कालेकुंड, राजगढ़ धार, ग्वालथाई से सटे इलाके सहित पंजाब के जिला रूपनगर के अंतर्गत पड़ते गांव रायपुर पट्टी, माणकपुर, डूकली, मेघपुर, हंबेवाल, नूरपुर बेदी, पींघबढ़, सोमबती खड्ड आदि इलाकों से सटे जंगलों में भी भीषण आग हर वर्ष तबाही मचाती आ रही है। गत 30 मार्च को भी मेघपुर व माणकपुर गांव से सटे हरे भरे पहाड़ों की वन संपदा को भीषण आग ने राख बना दिया था। इस इलाके में ही कई सालों से आगजनी बरकरार है। वनों की हरियाली आग से बचेगी या नहीं यह तो समय ही बताएगा। फिलहाल वन विभाग के अधिकारियों ने यह दावा जरूर किया है कि इस बार आग से निपटने के इंतजाम पूरे हैं।
आगजनी रोकने के इंतजाम
आग बुझाने के यदि इंतजामों पर नजर डाली जाए तो भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड के पास चार दमकल वाहन हैं जो नंगल के अलावा जिला रूपनगर, होशियारपुर तथा हिमाचल के जिला ऊना तक आग बुझाने की सेवाओं में योगदान दे रहे हैं। दूसरी तरफ नगर कौंसिल नंगल के दो दमकल वाहन भी इस बार आग बुझाने का काम शुरू कर चुके हैं। एनएफएल नंगल इकाई के दो दमकल वाहन भी इलाके में मौजूद हैं।
कौंसिल का दमकल विभाग मुस्तैद
नगर कौंसिल नंगल के दमकल विभाग ने आग बुझाने की सेवाएं देना शुरू कर दिया है। स्टाफ की भर्ती हो चुकी है। अब तक करीब 95 जगहों पर आग बुझाई गई है। कौंसिल के फायर आफिसर अमरप्रीत सिंह अपनी टीम के साथ दमकल सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। सूचना मिलते ही फोरन आग बुझा दी जाती है। दमकल विभाग मुस्तैद है।
अशोक पुरी, चेयरमैन,
नगर कौंसिल, नंगल।