पूरा दिन होता रहा इंतजार, नहीं आई यूपी पुलिस
शहर में रविवार की तरह सोमवार को भी सारा दिन शोर मचता रहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम यहां की जेल में बंद विधायक मुख्तार अंसारी को ले जाने के लिए पहुंच रही है पर शाम छह बजे जिला जेल में बंदी से पहले कोई टीम उन्हें ले जाने के लिए नहीं पहुंची।
जागरण संवाददाता, रूपनगर: शहर में रविवार की तरह सोमवार को भी सारा दिन शोर मचता रहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम यहां की जेल में बंद विधायक मुख्तार अंसारी को ले जाने के लिए पहुंच रही है, पर शाम छह बजे जिला जेल में बंदी से पहले कोई टीम उन्हें ले जाने के लिए नहीं पहुंची। हां इतना जरूर रहा कि उत्तर प्रदेश नंबर की गाड़ियों में वहां पुलिस की टीम के अधिकारी लगातार जेल के गेट और आसपास होने वाली गतिविधियों पर नजर रखे रहे। वहीं पंजाब के जेल मंत्री सुखजिदर सिंह रंधावा ने एक चैनल के साथ इंटरव्यू में कहा है कि मुख्तार अंसारी और बाकी जेल में बंद आरोपित उनके लिए एक बराबर हैं। अगर शाम छह बजे जेल में बंदी हो गई और उसके बाद उत्तर प्रदेश की पुलिस टीम पहुंची, तो उसे अंसारी बिलकुल नहीं सौंपा जाएगा। अगर छह बजे से पहले टीम पहुंची, तो एक सेकेंड में मुख्तार अंसारी सौंप दिया जाएगा। वहीं उत्तर प्रदेश नंबर की इनोवा कार में एक महिला अधिकरी और ड्राईवर समेत चार लोग जेल के बाहर सरगर्मियों को भांपने के लिए चक्कर लगाते रहे। यही नहीं ये इनोवा जेल के सामने गांव के लिक मार्ग पर भी काफी देर रुकी रही। जेल के बाहर डटा मीडिया वहीं खबर लिखे जाने तक उत्तर प्रदेश पुलिस की पुलिस टीम के पहुंचने से पहले रूपनगर जिला जेल के बाहर मीडिया डटा था। तकरीबन सभी समाचार पत्रों के फोटोग्राफर, रिपोर्टर और इलेक्ट्रानिक चैनल के रिपोर्टर जेल के बाहर मौजूद थे। रविवार रात को भी मीडिया कर्मी जेल के बाहर डटे रहे। इलेक्ट्रानिक मीडिया उतर प्रदेश, दिल्ली चंडीगढ़ से पहुंचा हुआ है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के काफिले में है ये सब जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश पुलिस के लाव लशकर में एंबुलेंस के साथ पायलट, दो बोलेरो व दो ट्रक आ रहे हैं। ट्रक में पुलिस का हथियारबंद दस्ता है, जो मुख्तार अंसारी को बेहद सुरक्षित माहौल के बीच उत्तर प्रदेश ले जाने की ड्यूटी निभाएंगे। एंबुलेंस में डाक्टरों की टीम भी साथ आ रही है। समाचार लिखे जाने तक उत्तर प्रदेश की टीम दिल्ली तक पहुंची थी। अगर सब कुछ ठीक रहता है, तो जिला जेल प्रबंधन अंसारी को आज सुबह ही उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपेगा, क्योंकि जेल में बंदी का समय शाम छह बजे होता है और सुबह छह बजे के बाद बंदी खुलती है।