ये है कौंसिल का हाल, विकास की बातें कम, लड़ाई - झगड़ा होता है
सोमवार को दो माह बाद हुई नगर कौंसिल की बैठक के दौरान कांग्रेस पार्षदों के बीच खूब तलखी रही।
जागरण संवाददाता, रूपनगर: सोमवार को दो माह बाद हुई नगर कौंसिल की बैठक के दौरान कांग्रेस पार्षदों के बीच खूब तलखी रही। बैठक में विकास कार्यों पर कम और एक दूसरे पर कीचड़ उछालने में कांग्रेस पार्षद जुटे रहे। बैठक में ढिल्लों गुट के कांग्रेस पार्षदों के बीच पहली बार आपसी खींचतान का एहसास हुआ। वाही ने कार्रवाई रजिस्टर में अपना एतराज दर्ज करने के लिए उठाया पैन बहसबाजी के बाद प्रधान की तरफ टेबल पर फेंक दिया। इस पर प्रधान तलखी खा गए और वाही को कहा कि पैन क्यों मारेया मैनू, मैं बोतल मारी तेरे। वाही ने कहा कि पैन टेबल पर फेंका था। अगर प्रधान को लग गया तो क्या हो गया। वहीं, ढिल्लों गुट के पार्षद सरबजीत सिंह, पार्षद मोहित शर्मा, पार्षद चरणजीत सिंह चन्नी खुलकर वाही के खिलाफ बोले और कहा कि वो इस बार ढिल्लों को जिताकर दिखाएंगे। वो जो करना है कर ले। बैठक में कांग्रेस पार्षद गुरमीत सिंह रिकू भी वाही को बात का बतंगड़ बनाने से बाज आने की नसीहत देते रहे। प्रधान संजय वर्मा बार बार पार्षद पोमी सोनी को कहते रहे कि वह कहते हैं कि साथ देंगे। अब बैठकों में विरोध कर रहे हैं। बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश कुमार ने न सिर्फ अपने ही प्रधान द्वारा एजेंडे में रखे, बल्कि नगर कौंसिल की जायदाद की रजिस्ट्री करवाने संबंधी प्रस्ताव को पेंडिग रखने और इसी प्रस्ताव में लिखे पंजाब मैनेजमेंट एंड ट्रांसफर आफ म्यूनिसिपल प्रापर्टी एक्ट 2020 के बारे में वाकिफ करवाने की बात रखी। नगर कौंसिल के पूर्व प्रधान एवं कांग्रेस पार्षद अशोक वाही ने नगर कौंसिल प्रधान संजय वर्मा बेले वाले और कांग्रेस के पार्षद मोहित शर्मा पर अगम एंटरप्राइजिज की शिवालिक एंकलेव कालोनी को कौंसिल के अंतर्गत करने के प्रस्ताव को पारित करने में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। इसके जवाब में प्रधान संजय वर्मा ने कहा कि अगर अगम एंटरप्राइजिज वाले प्रस्ताव में उन्होंने एक भी रुपये का भ्रष्टाचार नहीं किया है। उन्हें उनके बेटे की सौगंध है। प्रधान ने कहा कि वो अब तक अपनी जेब से लाखों रुपये शहर के लिए खर्च कर चुके हैं। वाही ने कहा कि फिर चोरी से प्रस्ताव क्यों डाला गया, जबकि पहले कांग्रेस पार्षद मोहित शर्मा ने वाही को अपने बेटे की सौगंध खाने के लिए कहा था और वाही ने उसे प्रधान से यही सौगंध खाने की बात कही थी।
फाइनांस से संबंधित मसले टेबल आइटम नहीं: राजेश कुमार बैठक में राजेश कुमार ने कहा कि कमेटी के फाइनांस सिस्टम से संबंधित गंभीर मसला था। इसलिए कालोनी की देखभाल कौंसिल द्वारा लेने का प्रस्ताव टेबल आइटम में नहीं डालना चाहिए था। कौंसिल ओवर बजट जा रही है और घाटे में है। ऐसे मामलों को क्यों जनरल हाउस में प्रस्ताव नहीं रखा जाता। टेबल आइटम में न डाला जाए। इस मसले को लेकर उन्होंने हलका इंचार्ज बरिदर ढिल्लों और कई पार्षदों से बात की है और ये जगजाहिर है। पानी का बिल प्रतिमाह 50 रुपये आएगा, बैठक में पहले लोकहित में पारित 125 गज तक के मकानों के लिए पानी और सीवरेज के बिल माफ करने का प्रस्ताव पारित होने की पुष्टि की गई। साथ ही ये भी बताया गया कि 125 गज से ज्यादा के मकानों के लिए पानी का प्रतिमाह बिल अब 50 रुपये ही आएगा, जबकि पहले ये बिल प्रतिमाह 100 रुपये आता था। डिस्पेंसरी का किराया बढ़ाने का फैसला बैठक में महर्षि वाल्मीकि मंदिर में चलाई जा रही डिस्पेंसरी का किराया बढ़ाने का फैसला किया गया। पहले डिस्पेंसरी का महर्षि वाल्मीकि सभा को 1200 रुपये प्रतिमाह किराया दिया जाता था। अब इसे 6 हजार रुपये करने का प्रस्ताव पारित किया गया। सभा ने 10 हजार रुपये प्रतिमाह किराया करने की मांग की थी। मल्होत्रा कालोनी और श्रीराम लीला मैदान में टयूबवेल लगेंगे बैठक में ये भी प्रस्ताव पारित किया गया कि मल्होत्रा कालोनी में नगर कौंसिल की जमीन में और श्रीराम लीला मैदान में एक ट्यूबवेल लगाया जाएगा। इससे इलाके में पीने के पानी की किल्लत दूर हो जाएगी। वाही ने दोनों ट्यूबवेल लगाने वाली जगहों की मलकीत को लेकर कार्यसाधक अधिकारी से सवाल किया। इसके बाद भी काफी बहस हुई।