क्रशर उद्योग के नाम पर सियारी रोटियां सेंक रहे सियासदान
क्रशर उद्योग के नाम पर सियासी पार्टियों से जुड़े हुए लोग अपनी सियासी रोटियां सेंकते हैं। यह आरोप क्रशर मालिकों ने लगाया है।
जागरण संवाददाता, रूपनगर: क्रशर उद्योग के नाम पर सियासी पार्टियों से जुड़े हुए लोग अपनी सियासी रोटियां सेंकते हैं। यह आरोप क्रशर मालिकों ने लगाया है। क्रशर मालिक नितिन नंदा, रोहित शर्मा, अशोक कुमार, इशू महता, भारती, रघुवीर सिंह, भूषण बंसल, राकेश गुप्ता, अशोक पलटा ने बताया कि एक तरफ पंजाब में बेरोजगारी दिन प्रतिदिन बढ़ रही है, वहीं क्रशर बंद होने के कारण उनके उद्योग ठप हो गए हैं। इस कारण इस उद्योग से जुड़े हुए क्षेत्र के हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं। ऐसे में सियासी पार्टियों से जुड़े हुए सियासतदान अपनी रोटियां सेक रहे हैं। पिछले दिनों अकाली दल के प्रवक्ता डा. दलजीत सिंह चीमा ने प्रेसवार्ता में कहा था कि क्रशर मालिक सरकार की पालिसी से दुखी है, जबकि उनके पास कोई क्रशर मालिक गया ही नहीं था। वह केवल अपनी शोहरत पाने के लिए कृषि उद्योग से जुड़े हुए लोगों का नाम इस्तेमाल कर रहे हैं। नंदा ने कहा कि जल्द से जल्द प्रशासन को क्रशर चालू करवाने चाहिए, ताकि इस उद्योग से जुड़े हुए लोगों को कारोबार मिल सके। उन्होंने कहा कि क्रशर उद्योग बंद होने के कारण दूसरे राज्यों के मजदूर अपने प्रांत को लौट रहे हैं। साथ ही उन्हें लाकडाउन लगने का अंदेशा सता रहा है। अगर मजदूर अपने प्रांत को लौट जाते हैं, तो उद्योग कर्मियों को मजदूरों की बहुत बड़ी कमी आ जाएगी। इसलिए बंद क्रशर उद्योग को कानूनी तौर पर पूरी तरह चलाया जाए, ताकि लोगों को रोजगार की कमी ना आए। प्रदेश सरकार को इस बारे में जल्द से जल्द फैसला लेना चाहिए।