शाम होते ही खड्डों को सीना करते छलनी , देर रात पत्थर व रेत भरकर टिप्पर चालक निकलते चंडीगढ़
जिले के अंदर अवैध माइनिग के साथ ओवरलोड ढुलाई का काम जारी है।
अरुण कुमार पुरी, रूपनगर
जिले के अंदर जिला प्रशासन ने चाहे अवैध माइनिग के साथ साथ किसी भी वाहन पर ओवरलोड ढुलाई करने पर रोक लगा रखी है, लेकिन संबंधित विभाग की ढीली पकड़ के कारण अवैध माइनिग के साथ रेत, बजरी व सफेद पत्थर की ढुलाई सरेआम जारी है। प्रशासनिक रोक की परवाह किए बगैर हाईवे व संपर्क सड़कों पर रेत, बजरी व पत्थर की ढुलाई में टिप्पर व ट्राला चालक दनादन दौड़ रहे हैं। शाम होते ही खाली टिप्पर खड्डों की निकल पड़ते हैं, जो मध्य रात्रि के बाद रेत, बजरी व सफेद पत्थर लोड कर चंडीगढ़ की तरफ निकल पड़ते हैं। यह क्रम सुबह लगभग 10 बजे तक लगातार जारी रहता है। हालांकि माइनिग विभाग हमेशा यही कह कर टाल देता है कि कहीं भी माइनिग नहीं हो रही है। अब जब पूरी रात खनन सामग्री से लदे वाहन सड़कों पर दौड़ रहे होते हैं, वह पुलिस व विभाग को दिखाई क्यों नहीं देते, यह समझ से परे है। वहीं लोगों का कहना है कि इस गोरखधंधे में बड़े- बड़े अफसर व राजसी लोग शामिल हैं, जिसके चलते हर कोई आंखें मूंदे बैठा है।
इस मुद्दे को लेकर कई बार विभिन्न गांवों के लोग रोष प्रदर्शन भी कर चुके हैं, फिर भी यह क्रम जारी है। कई बार ओवरलोडेड टिप्परों को रोकते हुए गांव ख्वासपुरा, लोदीमाजरा, मल्कपुर, काईनौर, मोरिडा रोड, सालापुर व सरसा नंगल के लोगों ने सड़क मार्ग पर जाम लगाया, पर खनन माफिया अब भी अपने इस धंधे को चालू रखे हुआ है। हालात यह हैं कि जहां कहीं नाकों का या लोगों के विरोध का डर लगता है, वहां खनन माफिया रेत को पहले ट्रैक्टर ट्रॉली से कर हाईवे के आसपास खाली जगह पर डंप करता है। इसके बाद वहां से टिप्परों में लोड कर आगे इसे भेजा जाता है। पिछले दिनों जिले के गांव भलाण के सरपंच अमनदीप शर्मा ने अवैध खनन की बाकायदा वीडियो बनाते हुए पुलिस व प्रशासन को उपलब्ध भी करवाई थी। इस पर डीएसपी दविदर सिंह ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया था कि उन्हें इस बारे कोई सूचना ही नहीं। वहीं तहसीलदार राम कृष्ण ने कहा था कि उन्हें अवैध माइनिग की सूचना तो है, बावजूद इसके मौके पर कोई भी व्यक्ति पकड़ा नहीं गया। बस दो जेसीबी मौके से मिली हैं।
जवाबदेही तय की जाए वहीं इस बारे जसविदर सिंह सहित पूर्व सरपंच सतनाम सिंह धमाना, लखविदर सिंह, जसबीर सिंह, अनिल कुमार, तरसेम लाल, हरमीत सिंह आदि ने कहा कि अगर ट्रैफिक पुलिस यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों सहित ओवरलोड चलने वाले टिप्परों पर नकेल नहीं कस सकती, तो ऐसी ट्रैफिक पुलिस को हटा देना चाहिए। कोई हादसा होने पर इनकी जवाबदेही तय की जानी चाहिए। एक साल में काटे 600 चालान: बलबीर सिंह उधर इस बारे जब सिटी ट्रैफिक इंचार्ज बलबीर सिंह ने कहा कि उनकी टीम ने ओवरलोड व अवैध मटीरियल की ढुलाई करने वाले टिप्परों पर शिकंजा कसा हुआ है। पिछले एक साल के दौरान 600 से अधिक चालान किए जा चुके हैं, जबकि 100 से अधिक टिप्पर जब्त किए है। उन्होंने कहा कि कई बार कुछ लोगों की सिफारिश उनके काम में बाधा बन जाती है, लेकिन फिर भी उनकी कोशिश नियम तोड़ने वाले को सबक सिखाने की रहती है।