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मांगें लागू न करने के विरोध में भूख हड़ताल का फैसला

जागरण संवाददाता, नंगल भाखड़ा ब्यास इंप्लाइज यूनियन एटक ने कहा है कि एक साल पहले बीबीएमबी के अध्यक्ष

By JagranEdited By: Published: Sun, 04 Nov 2018 09:48 PM (IST)Updated: Sun, 04 Nov 2018 09:48 PM (IST)
मांगें लागू न करने के विरोध में भूख हड़ताल का फैसला
मांगें लागू न करने के विरोध में भूख हड़ताल का फैसला

जागरण संवाददाता, नंगल

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भाखड़ा ब्यास इंप्लाइज यूनियन एटक ने कहा है कि एक साल पहले बीबीएमबी के अध्यक्ष के साथ चंडीगढ़ में हुई बैठक में जो मागे मानी गई थीं, उन्हें आज तक लागू नहीं किया गया है। यूनियन के महासचिव कर्म चंद ने बताया कि इस संबंध में की गई बैठक में मौजूद हरबंस सिंह, कर्म चंद, जरनैल सिंह, सतपाल, राम आधार, हरी मित्तल, भूच्चा सिंह, कश्मीरी लाल, राम सुमेर, बृज पाल, गुरमेल सिंह, दारा सिंह, सुरेंद्र पाल, रमेश चंद, पन्ना लाल, काबल सिंह, बाल किशन आदि ने रोष व्यक्त करते हुए कहा है कि सभी मागें जायज हैं। यदि सभी मानी गई मागों को पूरा नहीं किया गया तो 5 नवंबर सोमवार को चंडीगढ़ बोर्ड ऑफिस के समक्ष क्रमिक भूख हड़ताल शुरू कर दी जाएगी। इसके बाद 15 नवंबर को भाखड़ा बाध के चीफ ऑफिस नंगल के समक्ष धरना लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि मागो में शामिल इंसेंटिव जल्द देना, रिवर्ट क्लर्को के फैसले को वापस लेना, थीन डैम कर्मचारियों के माननीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले अनुसार 4 स्पेशल इंक्रीमेंट देना, जीपीएफ स्लिप तुरंत दी जाए, बीसीबी सर्विस को सीनियोरिटी में जोड़ना, खाली पड़े पदों को जल्द भरना आदि रखी गई मागे पूरी तरह से जायज हैं। इन मागों को जल्द पूरा किया जाना चाहिए।


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