निहंग सिंहों ने दिखाया शौर्य, पांच- पांच घोड़ों पर की घुड़सवारी
होला -मोहल्ला गुरु की लाडली फौजों के पुरातन खालसाई रिवायत के अनुसार सजाए महल्ला से समाप्त हो गया।
संवाद सहयोगी आनंदपुर साहिब
राष्ट्रीय त्योहार होला -मोहल्ला श्री आनंदपुर साहिब गुरु की लाडली फौजों के पुरातन खालसाई रिवायत के अनुसार सजाए महल्ला से मंगलवार को समाप्त हो गया। इससे पहले जहां शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने तख्त श्री केसगढ़ साहिब से पांच प्यारों की अगुआई में नगर कीर्तन निकाला गया, वहीं बीते दिनों से रखे अखंड पाठ के भोग भी डाले गए। मंगलवार सुबह गुरु के बाग से महल्ला की शुरुआत हुई। इसमें गुरु की लाडली फौजों में निहंग सिंहों ने घुड़सवारी के करतब दिखाए। बाबा बलबीर सिंह अकाली 96 करोड़ी प्रमुख शिरोमणि पंथ अकाली बुड्ढा दल की अगुआई में अलग अलग निहंग संप्रदायों के सिख रिवायती बाणों, शस्त्रों, घोड़ों व हाथियों पर सवार होकर चरण गंगा स्टेडियम पहुंचे। यहां पर उन्होंने घुड़सवारी के जौहर दिखाकर श्री गुरु गोबिद सिंह जी के शुरू किए पुरातन होली त्योहार के क्रांतिकारी रूप होला महल्ला की पंथक रिवायत को शुरू करने के समय की यादें ताजा करवा दीं। इस दौरान निहंग सिहों ने पांच -पांच घोड़े एक साथ दौड़ाए। वहीं बाबा बलबीर सिंह ने समूह दलों के प्रमुखों का विशेष तौर महल्ला में शामिल होने के लिए धन्यवाद किया और बधाई दी। इस मौके पर बाबा निहाल सिंह हरी बेला, बाबा अवतार सिंह सुर सिंह वालों ने भी हर एक प्राणी को अमृतछक कर शस्त्रधारी होने की अपील की। इस मौके पर ज्ञानी गुरबचन सिंह पूर्व जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब, बाबा नौरंग सिंह, बाबा तारा सिंह झाड़ साहिब वाले, बाबा रघुबीर सिंह ख्याले वाले, दिलजीत सिंह बेदी सचिव बुड्ढा दल, बाबा जोगा सिंह करनाल वाले व बाबा अर्जुन सिंह पटियाला वाले भी बाबा मान सिंह, बाबा वस्सण सिंह उपस्थित थे।