रूपनगर-मो¨रडा सड़क पर भारी वाहनों की एंट्री बंद, लगेंगे एंगल
रूपनगर रूपनगर-मो¨रडा मार्ग पर भारी वाहनों के आवागमन पर पाबंदी के प्रशासन द्वारा लिए गए फैसले का गांववासी तो स्वागत कर रहे हैं, लेकिन शुक्रवार देर रात पाबंदी के बाद पहले दिन ही भारी वाहनों टिप्परों आदि ने पपराला गांव के भीतर से ¨लक मार्ग से मो¨रडा मार्ग का विकल्प ढूंढ लिया।
जागरण संवाददाता, रूपनगर
रूपनगर-मो¨रडा मार्ग पर भारी वाहनों के आवागमन पर पाबंदी के प्रशासन द्वारा लिए गए फैसले का गांववासी तो स्वागत कर रहे हैं, लेकिन शुक्रवार देर रात पाबंदी के बाद पहले दिन ही भारी वाहनों टिप्परों आदि ने पपराला गांव के भीतर से ¨लक मार्ग से मो¨रडा मार्ग का विकल्प ढूंढ लिया। सारी रात भारी वाहन इसी मार्ग से गुजरते रहे लेकिन सुबह ट्रैफिक पुलिस ने गांववासियों की शिकायत के बाद पपराला गांव में से जाते मार्ग पर ट्रैफिक पुलिस तैनात करके भारी वाहनों का आवागमन बंद करवा दिया। अब चंडीगढ़-रूपनगर मार्ग पर गांव बहरामपुर जमींदारी के निकट नेशनल हाईवे के टोल टैक्स की पर्ची बचाने के लिए और विकल्प ढूंढने में जुट गए हैं। उधर, स्थायी तौर पर एंगल लगाने की प्रक्रिया जारी है। ट्रैफिक पुलिस ने फिलहाल बेरीके¨टग करके पाबंदी के आदेश लागू करवा दिए हैं। गौर हो कि वीरवार से जिला प्रशासन द्वारा रूपनगर-मो¨रडा मार्ग पर भारी व ओवरलोडेड वाहनों का आवागमन बंद करवा दिया गया है। भारी वाहनों के आवागमन को रोकने के लिए एंगल लगाया गया है। इस मार्ग पर बसे गांवों के लोगों ने चैन की सांस ली है तथा लोग प्रशासन का धन्यवाद कर रहे हैं। डीसी डॉ.सुमित जारंगल द्वारा बतौर जिला मजिस्ट्रेट रूपनगर-मो¨रडा मार्ग पर बुधकी नदी के पुल की हालत ठीक न होने तथा इस मार्ग की टूटी हुई सड़क के चलते इस मार्ग पर भारी वाहनों का आवागमन बंद करने का आदेश जारी किया है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले भी इसी मार्ग पर बसे गांव सहेड़ी के पास एक व्यक्ति की सड़क हादसे में मौत हो गई थी तथा इस दौरान भारी वाहनों के आवागमन तथा टूटी सड़क के कारण भड़के लोगों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए इस मार्ग पर भारी वाहनों का आवागमन बंद करने की मांग रखी थी जबकि इससे पहले भी इस मार्ग पर बसे गांवों के लोग प्रशासन के पास गई बार गुहार लगा चुके हैं।
वाहन चालकों के टोल टैक्स बचाने के चक्कर में गांववासियों की ¨जदगी लगी थी दांव पर: एडवोकेट जसवंत ¨सह रूपनगर-मो¨रडा मार्ग पर भारी वाहनों के यातायात को बंद करवाने के लिए डेढ़ साल से लड़ाई लड़ रहे एडवोकेट जसवंत ¨सह ने कहा कि आज जाकर क्षेत्र को लोगों ने चैन की सांस ली है। उन्होने कहा कि वह लोगों की इस समस्या सबंधी मुख्यमंत्री तथा जिला प्रशासन को कई बार शिकायतें लिख चुके है लेकिन अब जाकर प्रशासन ने उनकी शिकायतों पर गौर किया है। उन्होंने प्रशासन का धन्यवाद करते हुए कहा कि अब इस मार्ग पर भारी वाहन दोबारा नहीं चलने चाहिए। ओवरलोडेड टिप्परों का टोल टैक्स बचाने के लिए ही भारी वाहन इस मार्ग का इस्तेमाल करते हैं। पाबंदी के आदेश सख्ती से लागू हों इस दौरान गांव रैलों, पपराला, रसूलपुर, गो¨बदपुरा,बाड़ा तथा सलोरा के दर्जनों वासियों ने बताया कि रेत व बजरी के भरे टिप्पर की तेज रफ्तारी के कारण इस मार्ग पर की हादसे हो चुके है जिसमें कई लोगों की जान जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इन भारी भरकम वाहनों के कारण इस मार्ग से आना जाना गांव वासियों के लिए खतरे से खाली नहीं रहा था। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि अब इस मार्ग पर भारी वाहनों के आवागमन पर पाबंदी के आदेश को सख्ती से लागू करवाया जाए। इस गांवों के लोगों ने प्रशासन के इस कदम का स्वागत किया है। इस दौरान गांव रैलों खुर्द के सरपंच र¨जदर ¨सह,नंबरदार कमलजीत ¨सह,दरशन ¨सह, ते¨जदर ¨सह, सज्जण ¨सह, जोगा ¨सह, अमरजीत ¨सह, गुरदेव ¨सह,हरदीप ¨सह,गुरप्रीत ¨सह,रणजीत ¨सह, हरी ¨सह, सुख¨वदर ¨सह, मलकीत ¨सह ने भी प्रशासन द्वारा भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगाकर सराहनीय काम किया है।