भारी बारिश से शहर जलमग्न, घरों में भरा पानी
पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश के चलते शहर के कई निचले इलाकों में पानी भरने से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है।
जागरण संवाददाता, रूपनगर: पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश के चलते शहर के कई निचले इलाकों में पानी भरने से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। चौआ मोहल्ला, मल्होत्रा कालोनी, हरगोबिद नगर, राम नगर, गार्डन कालोनी की गलियों में पानी भरने से लोगों को घर से बाहर जाने के लिए मुसीबत बन गया है। गौर हो कि दो दिन पहले मल्होत्रा कालोनी की गली नंबर दो में बरसात के जमा हुए पानी में करंट आने कारण एक नौजवान की मौत हो गई थी, जिससे शहर निवासी में दहशत हैं। वहीं शहर की कई सड़कों पर इतने गड्ढे हैं कि यहां से बचकर ही गुजरना पड़ता है। बरसात में, तो बहुत मुश्किल है। शहर के वीआइपी एरिया के तौर पर जाने जाते ज्ञानी जैल सिंह नगर की मुख्य सड़क की हालत इतनी खस्ता है कि यहां पर दो - दो फीट गड्ढे पड़ हुए हैं, लेकिन नगर कौंसिल आंखें बंद करके बैठी है। बुधवार सुबह हुई बारिश ने नगर कौंसिल के सफाई प्रबंधों की पोल खोल दी है। वार्ड नंबर 15 में पड़ते चोआ मोहल्ला में जीएमएन स्कूल वाली सड़क पर इतना पानी भरा हुआ था कि स्कूल के बच्चों को जाने के लिए बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इसी तरह एक स्कूटर सवार अपने बच्चे को स्कूल के लिए लेकर आ रहा था ,तो पानी जमा होने के कारण गड्ढों का पता न लगने कारण गिर गया। शहर निवासी राज कुमार, तजिदर सिंह, नीलम व सुभाष ने कहा कि कहने को तो शहर रूपनगर है, लेकिन शहर के हुकमरानों ने इसे कुरूपनगर बनाने में दिलचस्पी रखी हुई है। नगर कौंसिल के प्रधान बरसाती पानी की निकासी का हल करें। वार्ड की पार्षद पूनम कक्कड़ ने कहा कि वार्ड की यह बड़ी समस्या है, जिसके हल के लिए जल्द ही प्रबंध किए जाएंगे। किसी ने नहीं भरा टेंडर: एएमई नगर कौंसिल के एएमइ कुलदीप अग्रवाल ने कहा कि नगर कौंसिल ने वार्ड नंबर 15 में पानी की निकासी के लिए ड्रेन पाइप डालने के दो बार टेंडर लगाए थे। किसी ठेकेदार ने अभी तक टेंडर नहीं भरा, जिसके कारण काम रुका हुआ है। अफसरशाही जिम्मेदार: राजेश नगर कौंसिल के सीनियर उप प्रधान राजेश कुमार ने कहा कि पानी की निकासी के लिए हम काफी समय से लड़ाई लड़ते आ रहे हैं। हलका इंचार्ज बरिदर ढिल्लों की अगुआई में एक प्रतिनिधिमंडल डिप्टी कमिश्नर को मिला था, जिसमें शहर के पानी की निकासी के लिए चर्चा हुई थी और डीसी ने नगर कौंसिल से पानी की निकासी के लिए रिपोर्ट मांगी थी। कौंसिल अधिकारियों ने अभी तक उसे भेजा ही नहीं। इसके कारण शहर की सड़कों पर पानी जमा होने के जिम्मेदार अधिकारी हैं।