रेगुलर शर्तो के खिलाफ गेस्ट फैकल्टी लेक्चरर ने दी सड़कों पर उतरने की चेतावनी
राज्यभर के सरकारी कॉलेजों में लगभग डेढ़ दशक से सेवाएं दे रहे गेस्ट फैकल्टी लेक्चरर के भविष्य पर सरकार ने प्रश्न चिन्ह लगा दिया है।
संवाद सहयोगी, रूपनगर
राज्यभर के सरकारी कॉलेजों में लगभग डेढ़ दशक से सेवाएं दे रहे गेस्ट फैकल्टी लेक्चरर के भविष्य पर सरकार ने प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। सरकार ने उन्हें रेगुलर करने की जो शर्तें रखी हैं, उन शर्तों पर कोई भी लेक्चरर खरा नहीं उतर सकेगा। गेस्ट फैकल्टी सहायक प्रोफेसर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष हरमिदर सिंह डिपल ने बताया कि राज्यभर के 48 सरकारी कॉलेजों में लगभग एक हजार गेस्ट फैकल्टी सदस्य अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जिनका समय- समय की सरकारों ने आर्थिक शोषण किया है। उन्हें लंबे समय से तीन से लेकर सिर्फ दस हजार रुपये मासिक वेतन ही दिया जा रहा है। बैठक में वक्ताओं ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर एसोसिएशन के साथ मुख्यमंत्री की बैठक जल्द नहीं करवाई गई और लगाई गई तमाम शर्तों को रद्द नहीं किया गया, तो राज्य भर के फैकल्टी लेक्चरर सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे।
उन्होंने कहा कि गेस्ट फैकल्टी पंजाब सरकार ने योग्यता नियमों के अनुसार रखे थे। इनसे पढ़ाई के अलावा अन्य कार्य भी लिए जाते हैं। वर्ष 1996 के बाद सरकारी कॉलेजों में रेगुलर भर्ती नहीं की गई है। इसके अलावा कई लेक्चरर तो पिछले 17 से अधिक समय से अपने सेवाएं देते आ रहे हैं, जिनकी सरकारी नौकरी के लिए आयु वाली सीमा भी समाप्त हो चुकी है। उन्होंने कहा कि अब सरकार ने 10 साल से अधिक समय से सेवाएं देते आ रहे अस्थायी फैकल्टी को रेगुलर करने के लिए जो शर्तें लगाई हैं, उनमें कोई भी लेक्चरर खरा नहीं उतर सकता। इस मौके एसोसिएशन के उपाध्यक्ष रविदर सिंह मानसा सहित प्रदेश सचिव गुलशनदीप संगरूर, मालवा वन जोन के अध्यक्ष अमरिदर सिंह फरीदकोट, मालवा जोन दो के अध्यक्ष हुकम चंद पटियाला, सेंट्रल जोन के इंचार्ज फलविदर वर्मा लुधियाना, माझा जोन के इंचार्ज जोगा सिंह गुरदासपुर व दोआबा जोन के इंचार्ज जसविदर सिंह भी हाजिर थे।