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प्राकृतिक नाले रुख मोड़ा, 550 एकड़ में गेहूं की फसल बर्बाद

घनौली के निकटवर्ती आधा दर्जन गांवों की उपजाऊ जमीन इन दिनों बरसाती पानी से खराब हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 Jan 2020 10:24 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jan 2020 10:24 PM (IST)
प्राकृतिक नाले रुख मोड़ा, 550 एकड़ में गेहूं की फसल बर्बाद
प्राकृतिक नाले रुख मोड़ा, 550 एकड़ में गेहूं की फसल बर्बाद

भूपिंदर कौर, घनौली : घनौली के निकटवर्ती आधा दर्जन गांवों की उपजाऊ जमीन इन दिनों बरसाती पानी के प्राकृतिक बहाव से हुई छेड़छाड़ के बाद बर्बाद हो रही है। किसानों की 550 एकड़ में बीजी गई गेंहूं की फसल बर्बाद हो चुकी हैं। प्रशासन इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है। संबंधित विभाग तो ये कहकर पल्ला झाड़ रहा है कि उनको इसकी कोई सूचना नहीं है। दूसरी तरफ प्रशासन ने किसानों की फसलों के नुकसान और नुकसान की वजह की रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजकर समस्या का स्थायी समाधान करवाने का आश्वासन दिलाया है। साथ ही किसानों की बर्बाद हुई फसल की गिरदावरी करवाने का आश्वासन दिया है। अब सवाल यह है कि कब गिरदावरी होगी और कब मुआवजा मिलेगा, तब तक किसानों के लिए स्थिति बेहद दयनीय है।

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गांव आसपुर से लेकर गांव खरोटा तक लगभग आधे दर्जन गांव की उपजाऊ जमीन पानी की मार तले आ रही है। सरपंच रणजीत सिंह अवानकोट, सरपंच खरोटा प्रेम सिंह, तरलोचन सिंह कोटबाला, भुपिदर सिंह अवानकोट, कुलदीप सिंह माजरी गुज्जरां, रघुबीर सिंह अवानकोट, राम लोक माजरी, जगतार सिंह, हरजिदर सिंह ने बताया कि गांव खरोटा और आलोवाल की तरफ से गांव आसपुर की ओर से आ रही सतलुज दरिया और कुदरती नाले को लोगों ने बंद कर दिया है। यह नाला लोगों की मलकीती जमीन में से निकलता है। अब लोगों ने हाल ही में इसे बंद करना आरंभ दिया है। इसका नुकसान ये हो रहा है कि पिछली जमीन में बरसाती पानी से नुकसान हो रहा है। थोड़ी सी बारिश पड़ने से ही खेतों में खड़ा हुआ पानी कई कई दिन नहीं सूखता। जिसके कारण वह समय पर अपने खेतों में फसल नहीं बीज सकते।

गेंहूं की बीजाई के लिए नहीं सूखे खेत

किसानों ने बताया कि धान की फसल की कटाई समय बारिश पड़ जाने से जहां उनको अपनी धान की फसल बड़ी मुश्किल से काटनी पड़ी है, वहीं धान की फसल से बाद बहुत से किसान तो खेत सूखने की आस में खेत को गेहूं की फसल के लिए तैयार ही नहीं कर पाए। जिन्होंने खेत सूखने की आस में गिले खेत में गेहूं की बीजाई की थी वह बेमौसमी बारिश के कारण खराब हो गई है।

स्पीकर राणा केपी सिंह से गिरदावरी के आदेश देने की अपील

गांव आलेवाल, हिम्मतपुर, कीमतपुर, खरोटा, अवानकोट, कोटबाला को मिलकर लगभग साढ़े पांच सौ एकड़ फसल पानी की भेंट आ गई है। पीड़ित किसानों ने जिला प्रशासन, हलका विधायक और विधानसभा स्पीकर राणा केपी सिंह से मांग की है कि उनकी फसलों की गिरदावरी करवाकर तुरंत मुआवजा दिया जाए और पानी की निकासी का जल्द से जल्द कोई हल निकाला जाए।

किसान ने सूचना नहीं दी : डॉ.करोड़िया

खेतीबाड़ी विकास अफसर घनौली डॉ. रमन करोड़िया ने कहा कि उनके पास फसलें खराब होने के संबंध में अभी तक किसी किसान ने सूचना नहीं दी है।

विशेष गिरदावरी करवाएंगे: एसडीएम

रूपनगर की एसडीएम हरजोत कौर ने कहा कि तुरंत विशेष गिरदावरी करवाई जाएगी, ताकि पीड़ित किसानों को मुआवजा दिलाया जा सके। इस समस्या के स्थायी हल के लिए रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।


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