नूरपुरबेदी से सैकड़ों किसानों ने किया दिल्ली कूच
खेती सुधार कानूनों के विरोध में नूरपुरबेदी क्षेत्र से सैकड़ों किसानों ने दिल्ली के लिए कूच किया।
संवाद सहयोगी,नूरपुरबेदी: खेती सुधार कानूनों के विरोध में नूरपुरबेदी क्षेत्र से सैकड़ों किसानों ने दिल्ली के लिए कूच किया। वीरवार को सबसे पहले विभिन्न गांवों से आए किसान गांव हरिपुर में एकत्र हुए। इस मौके पर किसान व मुलाजिम नेता मास्टर गुरनैब सिंह जेतेवाल व कामरेड मोहन सिंह धमाणा ने कहा कि किसान अब आर-पार की लड़ाई लड़ रहे हैं और उनका आंदोलन किसी भी सूरत में रुकने वाला नहीं है। केंद्र सरकार ने उक्त कानून बनाकर अगर किसानों को बर्बाद करने की ठान ली है, तो अब किसान भी अपने अधिकारों के लिए प्रत्येक कुर्बानी देने का संकल्प अख्तयार चुका है। किसान नेताओं ने कहा कि अभी कुछ नहीं बिगड़ा है। केंद्र सरकार बिना देर किए उक्त कानूनों को तुरंत रद्द करके किसानों को राहत देनी चाहिए। दिल्ली रवाना होने के मौके मास्टर गुरनैब सिंह जेतेवाल, कामरेड मोहन सिंह, सुरिदर पन्नू, छोटू राम, मास्टर भुपिदर जेतेवाल, धर्मपाल टप्परियां, रणजीत दहीरपुर, अश्विनी चड्ढा उपस्थित थे।
केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ निकाली रोष रैली
संवाद सहयोगी, आनंदपुर साहिब: पंजाब सुबार्डिनेट सर्विसेज फेडरेशन व केंद्रीय ट्रेड यूनियन ने केंद्र सरकार की किसान मारू नीतियों के खिलाफ रोष रैली कर प्रदर्शन किया गया। इस मौके दर्शन सिंह बड़वा व मास्टर किरपाल सिंह ने कहा कि जब से केंद्र में भाजपा सरकार बनी है, तब से हर वर्ग परेशान है। ब्लाक प्रधान मास्टर सुरजीत सिंह, महासचिव केवल कृष्ण, जीटीयू के ब्लाक प्रधान मास्टर वीर सिंह, पीडब्ल्यूडी फील्ड एंड वर्कशाप वर्कर्ज यूनियन के महासचिव रणजीत सिंह विर्क, मिड-डे-मील वर्कर्ज यूनियन की जिला महासचिव हरमेश कौर ढेर, जंगलात वर्कर यूनियन के मंगत राम, दर्जा चार के जिला प्रधान सोम नाथ लमलैहड़ी, पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन के ब्लाक प्रधान सरदार हरजाप सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार भी कोरोना की महामारी की आड़ में मुलाजिमों की मांगों को ठंडे बस्तों में डाले बैठी है। मिड डे मिल कर्मियों को अप्रैल 2020 से वेतन तीन हजार रुपये देने का फैसला लागू नहीं किया जा रहा। इस मौके पर जंगलात वर्कर के यूनियन के सुखदेव सिंह, पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन के सुंदर सिंह, मास्टर कर्म चंद, मास्टर राम देव शर्मा, पीडब्ल्यूडी के राज कुमार शर्मा, बलवंत सिंह बिट्टा, रजिदर सिंह बब्बू, जसविदर सिंह बढ्ढल, गुरबचन लाल, जगतार सिंह खमेड़ा, दीना नाथ, राम सिंह, दर्शन कुमार व पससफ के ब्लाक कैशियर मास्टर सोम नाथ भी उपस्थित थे।