रोक के बावजूद सात सौ रुपये प्रति गट्टू बिकी ड्रैगन डोर
रूपनगर पाबंदी के बावजूद इस साल ड्रैगन डोर की बिक्री रोकी नहीं जा सकी। बेशक प्रशासन व पुलिस की सख्ती इस बार पहले से ज्यादा दिखी लेकिन पुलिस के नाक तले बसंत पंचमी पर ड्रैगन डोर बिकती रही व इसी डोर से पतंगबाजी भी होती रही।
जागरण संवाददाता, रूपनगर
पाबंदी के बावजूद इस साल ड्रैगन डोर की बिक्री रोकी नहीं जा सकी। बेशक प्रशासन व पुलिस की सख्ती इस बार पहले से ज्यादा दिखी लेकिन पुलिस के नाक तले बसंत पंचमी पर ड्रैगन डोर बिकती रही व इसी डोर से पतंगबाजी भी होती रही। इस बार पुलिस की सख्ती के बाद भी ड्रैगन डोर के दाम में दो गुणा इजाफा हुआ। तीन चार सौ रुपये प्रति गट्टू बिकने वाली ड्रैगन डोर बसंत पंचमी के दो दिन पहले ब्लैक में सात सौ रुपये प्रति गट्टू में बिकी। वहीं बसंत पंचमी वाले दिन हालांकि किसी के गंभीर घायल होने की सूचना नहीं है, लेकिन फिर भी डोर की चपेट में आने से लगभग 20 लोग मामूली घायल हुए हैं, जिन्हें सिविल अस्पताल में पट्टी आदि करने के बाद छुट्टी दे दी गई। वहीं रूपनगर शहर के लोगों खासकर युवाओं का मौज मस्ती करने वाला त्योहार बसंत पंचमी धूमधाम से मनाया गया। बसंत पंचमी की सुबह होते ही पंजाबी गीतों की गूंज के साथ युवाओं, बुजुर्गों व बच्चों ने पतंगबाजी शुरू कर दी। रूपनगर शहर के ऊंचा खेड़ा मोहल्ला, चार हट्टियां, छोटा खेड़ा, माता रानी मोहल्ला, वाल्मीकि मोहल्ला में पतंगबाजी का सबसे ज्यादा जश्न मनाया गया। यहां लगभग हर छत पर युवाओं को आधा दर्जन से लेकर दो दर्जन तक के ग्रुप बनाते हुए पतंगबाजी करते देखा गया। लगभग हर छत युवाओं ने डीजे सिस्टम लगाए थे।