प्रधान नहीं निकाल सकता बैठक का एजेंडा, बैठक भी गैरकानूनी
रूपनगर नगर कौंसिल की बैठक मंगलवार को सामान्य माहौल में शुरू तो हुई, पर जैसे ही बैठक में कांग्रेस के पार्षद एवं पूर्व प्रधान अशोक कुमार वाही पहुंचे, तो उन्होंने बैठक में आते ही सबसे पहले कार्यसाधक अधिकारी मोहित शर्मा से सवाल किया कि बैठक का एजेंडा क्या प्रधान निकाल सकता है। इस पर बँठक में हंगामा मच गया। उन्होंने कहा कि क्या उसके पास इसकी पावर है।
जागरण संवाददाता, रूपनगर
नगर कौंसिल की बैठक मंगलवार को सामान्य माहौल में शुरू तो हुई, पर जैसे ही बैठक में कांग्रेस के पार्षद एवं पूर्व प्रधान अशोक कुमार वाही पहुंचे, तो उन्होंने बैठक में आते ही सबसे पहले कार्यसाधक अधिकारी मोहित शर्मा से सवाल किया कि बैठक का एजेंडा क्या प्रधान निकाल सकता है। इस पर बँठक में हंगामा मच गया। उन्होंने कहा कि क्या उसके पास इसकी पावर है। इस पर ईओ ने पंजाब म्यूनिसिपल कौंसिल एक्ट के मुताबिक ऐसा होने का दावा किया। फिर वाही ने कहा कि ये बैठक कार्यसाधक के हस्ताक्षरों तले जारी एजेंडे पर कानूनी है, वो इसके लिए म्यूनिसिपल कौंसिल के बाइलाज पढ़ें और उन्हें दिखाएं। ईओ ने बाइलाज के बारे में अवगत न होने की बात कही और कहा कि उन्हें नहीं पता कि बाइलाज कहां हैं। वाही ने कहा कि प्रधान माक्कड़ के हस्ताक्षरों तले जारी एजेंडा और बैठक दोनों गैरकानूनी हैं। बैठक में विधायक अमरजीत ¨सह संदोआ भी शामिल हुए। जैसे ही जब तक प्रधान परमजीत सिंह माक्कड़ द्वारा प्रोसि¨डग में ये बात लिखाई जा रही थी कि बाइलाज नहीं हैं तो इतने में कौंसिल कर्मचारी बाइलाज ढूंढकर ले आया। ईओ शर्मा ने बाद में बाइलाज पढ़ने की बात कही, जबकि इससे पहले गुस्से में आए वाही ने कहा कि अगर कानून के मुताबिक काम नहीं करना तो एफआइआर दर्ज करवाई जाए। बैठक में सर्वसम्मति से नगर कौंसिल को क्लास दो से अपग्रेड करके क्लास वन करने संबंधी प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित किया गया। पार्षद वाही ने इस पर अपना एतराज जताते हुए कहा कि जिस नगर कौंसिल का प्रबंधन बिजली बिल जमा न करवा सके और कर्मचारियों को वेतन समय न दिया जा सके, फंडों का अभाव हो, ऐसी नगर कौंसिल को क्लास वन कैसा बनवाया जा सकता है। पहले कौंसिल अपने बकाए तो दूर करे। संदोआ भी ईओ पर बरसे बैठक में विधायक अमरजीत ¨सह संदोआ का निशाना कार्यसाधक अधिकारी रहे। संदोआ ने कहा कि वो पिछले डेढ़ माह से ईओ को बार बार फोन कर रहे हैं। वो स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिद्धू को मिलकर आए थे और उन्होंने उन्हें पांच करोड़ की ग्रांट देने क आश्वासन दिलाया था। अब ईओ उन्हें नगर कौंसिल के होने वाले विकास कार्यों का एस्टीमेट ही नहीं दे रहे, जबकि वो इस बारे में एक पत्र भी जारी कर चुके हैं। इस दौरान प्रधान माक्कड़ ने कहा कि विधायक सियासत न करें। अगर अफसर नहीं सुनते तो उन्हें बताएं , वो प्रधान हैं।
न फुटपाथ बने, न स्ट्रीट लाइटें लगी आजाद पार्षद र¨वदर कौर जग्गी ने कहा कि उनके वार्ड में आती ज्ञानी जैल ¨सह नगर कॉलोनी में फुटपाथ नहीं हैं। वो पिछले चार सालों से ज्यादा समय से फुटपाथ बनाने की मांग कर रही हैं। उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रहा। उनके वार्ड में स्ट्रीट लाइटें तक नहीं हैं। वो हरेक माह अपनी जेब से खर्च करती हैं। मंगलवार को भी स्ट्रीट लाइटों पर खर्च किया है। कौंसिल प्रधान उनके साथ सियासी मतभेद रखते हैं। राइ¨जग पाइप के निर्माण में खामी: हवेली आजाद पार्षद हर¨वदर ¨सह हवेली ने डिस्पोजल से आगे ट्रीटमेंट प्लांट तक जाती राइ¨जग पाइप के निर्माण पर ही अंगुली उठाते हुए कहा कि वो गलत बनी है। शहर का पानी सही तरीके से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं जाता। इसका लोगों को नुकसान हो रहा है। जबकि सीवरेज विभाग इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा। वहीं, आजाद पार्षद संदीप कौर जग्गी ने उनके वार्ड में सफाई सेवकों की कमी का मुद्दा उठाया। भाजपा पार्षद हर¨मदरपाल वालिया ने उनके वार्ड के नाले की सफाई में लापरवाही बरते जाने का मुद्दा उठाया। पांच साल लग गए बैठक के दौरान माक्कड़ ने जब कहा कि वर्टिकल शाफ्ट बनाने का काम शुरू हो गया है और ये शहरवासियों के लिए खुशखबरी है तो वाही ने कहा कि पांच साल में वर्टिकल शाफ्ट नहीं बनवा पाए। अब क्या खुशखबरी दे रहे हो, हमने अखबारों में खबर पढ़ ली है। इस पर माक्कड़ भड़क गए और बोले कि आपको तो विरोध करना ही आता है। दो सरकारी स्कूलों पक्का बाग और हवेली के पानी सीवरेज के बिल माफ करने का प्रस्ताव पारित किया गया।