रूपनगर जिला हुआ डेंगू मुक्त हुआ जिला, सिविल सर्जन बोले, फिर भी सावधानी बरतें
हालांकि अब जिला पूरी तरह से डेंगू मुक्त हो चुका है लेकिन स्वास्थ्य विभाग आज भी डेंगू को लेकर जहां अपनी गतिविधियां चला रहा है वहीं लोगों को सतर्क रहने की सीख भी दे रहा है।
संवाद सहयोगी, रूपनगर: हालांकि अब जिला पूरी तरह से डेंगू मुक्त हो चुका है लेकिन स्वास्थ्य विभाग आज भी डेंगू को लेकर जहां अपनी गतिविधियां चला रहा है, वहीं लोगों को सतर्क रहने की सीख भी दे रहा है। अगर पिछले वर्ष पर नजर डालें तो कुल 166 व्यक्ति डेंगू की चपेट में आए थे, लेकिन डेंगू के कारण किसी एक की भी मौत नहीें हुई। इस वर्ष की अगर बात करें, तो इस साल जिले भर में डेंगू फैलाने वाले मच्छर ने 774 व्यक्तियों को अपना शिकार बनाया, जोकि पिछले वर्ष की तुलना में बहुत ज्यादा है। स्वास्थ्य विभाग से हासिल की गई जानकारी के अनुसार जो 774 व्यक्ति डेंगू की चपेट में आए उनमें रूपनगर के सबसे अधिक 323, भरतगढ़ के 179, कीरतपुर साहिब के 61, नूरपुरबेदी के 35, चमकौर साहिब के 38, मोरिडा के सबसे कम 09, आनवंदपुर साहिब के 76 तथा नंगल के 53 व्यक्ति शामिल हैं। डेंगू की चपेट में आए 774 में से 768 मरीज ठीक हुए हैं जबकि इस साल जिले अंदर डेंगू से मरने वालों की संख्या छह रही है जबकि एक बाहरी जिले के व्यक्ति की भी इस जिले अंदर डेंगू कारण मौत हुई है। हालांकि कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिन-रात चलाए गए जागरूकता अभियान व डेंगू मनरीजों के किए गए इलाज से जिला रूपनगर डेंगू से पूरी तरह मुक्त हो चुका है लेकिन विभाग ने डेंगू से बचाव के लिए अपना जागरूकता अभियान जारी रखा हुआ है । सिविल सर्जन डा. परमिदर कुमार ने लोगों से अपील की है कि जिले में चाहे डेंगू का एक भी मरीज नहीं है बावजूद इसके हर किसी का सतर्क रहना जरूरी है । उन्होंने जिला वासियों से अपील की कि कहीं भी पानी खड़े मत होने दें व जहां कहीं पानी खड़ा है वहीं काले तेल का छिड़काव सुनिश्चित बनाया जाए। डा. सुमित शर्मा ने लोगों को जागरूक करते कहा कि किसी भी लक्षण पर बिना समय गंवाए अस्पताल पहुंच कर जांच करवाएं।