डेंगू से निपटने को माइक्रो प्लान तैयार
विभिन्न किस्म के मच्छरों कारण डेंगू सहित होने वाली विभिन्न बीमारियों की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन ने भी कमर कस ली है। इसके तहत मंगलवार को डीसी डा. प्रीति यादव ने लघु सचिवालय में जिले भर के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की।
संवाद सहयोगी, रूपनगर: विभिन्न किस्म के मच्छरों कारण डेंगू सहित होने वाली विभिन्न बीमारियों की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन ने भी कमर कस ली है। इसके तहत मंगलवार को डीसी डा. प्रीति यादव ने लघु सचिवालय में जिले भर के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में सिविल सर्जन डा. परमिदर कुमार विशेष रूप से हाजिर रहे।
डीसी ने जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में हर हाल में फौगिग करवाने के आदेश दिए तथा साथ ही डेंगू मच्छर की पैदावार को रोकने के लिए ब्लाक स्तर पर माइक्रो प्लान बनाने के निर्देश भी दिए। डीसी ने कहा कि डेंगू का प्रभाव जुलाई से लेकर अक्टूबर माह तक अधिक रहता है, लेकिन पिछले साल जिले अंदर डेंगू के काफी केस सामने आए थे। इसके लिए जरूरी है कि डेंगू से निपटने के लिए सारे प्रबंध अभी से पूरे कर लिए जाएं। डीसी ने कहा कि पिछले साल जिले के जिन क्षेत्रों में डेंगू के मरीजों की संख्या अधिक रही है उन क्षेत्रों की रिपोर्ट पेश की जाए ताकि उन क्षेत्रों के लिए डेंगू बचाव की विशेष रूपरेखा बनाई जा सके।
यह स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी बनती है कि वह निजी स्वास्थ्य संस्थाओं को इस बात के लिए बाध्य करे कि वे डेंगू टैस्ट अपनी लैब में करने के बाद हर मरीज को अलाइजा विधि से होने वाले टेस्ट के लिए सरकारी अस्पताल में भेजना सुनिश्चित बनाएं। शिक्षा विभाग को हिदायत दी कि हर रोज सुबह की सभा में बच्चों को मौसमी बीमारियों से बचाव बारे जागरूक किया जाए।डीसी ने पशु पालन विभाग के साथ साथ वाटर सप्लाई विभाग, पब्लिक हैल्थ, पंजाब रोडवेज, सिचाई विभाग तथा सीवरेज बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसे कदम उठाए जाएं जिससे मच्छर की पैदावार को रोका जा सके। इस बैठक में एडीसी निधि कुमुद बांभा सहित सिविल सर्जन डा. परमिदर कुमार, डा. तरसेम सिंह, डा. चरणजीत कुमार, डा. विधान चंद्र, डा. नरेश कुमार (सभी सीनियर मेडिकल अफसर) के अलावा डा. सुमित कुमार, जिला खाद्य एवं आपूर्ति कंट्रोलर सतबीर सिंह मावी, जिला सामाजिक सुरक्षा अफसर अमृत कुमारी, समस्त कार्यकारी अधिकारी तथा अन्य उच्च अधिकारी हाजिर रहे।