कोरोना से लड़ने के लिए कोविड बेड व आक्सीजन प्लांट तैयार
जिले में मार्च 2019 से नवंबर 2021 तक कोरोना ने पूरी दहशत मचाकर रखी।
अरुण कुमार पुरी, रूपनगर : जिले में मार्च 2019 से नवंबर 2021 तक कोरोना ने पूरी दहशत मचाकर रखी। इस अवधि के बीच एक बार तो ऐसा हालात भी बन गए थे कि जिले में आक्सीजन की कमी, वेंटीलेटर तथा आइसीयू बेड के अभाव के कारण मरीजों को चंडीगढ़, मोहाली, लुधियाना तथा जीरकपुर रेफर किया जाने लगा। हालात बिगड़ते देख डीसी सोनाली गिरी ने संज्ञान लेते हुए नंगल में बीबीएमबी के वर्षों से बंद पड़े आक्सीजन प्लांट को सेना व इंजीनियरों की सहायता से चालू करवाया। इसके बाद सरकार से तालमेल बैठाते हुए जिले के तीनों सिविल अस्पताल में आक्सीजन प्लांट की स्थायी रूप से स्थापना करवा दी। डीसी व स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त प्रयासों से नवंबर 2021 के अंत तक जिले में कोरोना को नियंत्रित कर लिया गया, लेकिन इसके बाद लोग फिर लापरवाह हो गए, जिसके चलते कोरोना का विस्फोट दोबारा होना शुरू हो गया है। एक दिसंबर 2021 से 17 जनवरी 2022 तक यह आंकडे़ लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
डेढ़ माह में ऐसे बढ़े केस तारीख-पाजिटिव केस
एक दिसंबर-09-
छह दिसंबर-09-
16 दिसंबर-10-
18 दिसंबर-09-
31 दिसंबर-09-
एक जनवरी-06-
तीन जनवरी-10-
चार जनवरी-18-
पांच जनवरी-36-
छह जनवरी-57-
सात जनवरी-103-
आठ जनवरी-151-
नौ जनवरी-257-
दस जनवरी-341-
11 जनवरी-430-
12 जनवरी-691-
13 जनवरी-858-
14 जनवरी-1,053
15 जनवरी-1,176
16 जनवरी-1,326
17 जनवरी-1,247 यह है आक्सीजन प्लांट की स्थिति
मार्च 2021-मात्र एक आक्सीजन प्लांट चालू हुआ
मई 2021- नंगल के सिविल अस्पताल का आक्सीन प्लांट चालू ।
जून 2021- आनंदपुर साहिब के सिविल अस्पताल में प्लांट शुरू।
अगस्त 2021-रूपनगर सिविल अस्पताल में भी प्लांट चालू। सरकारी अस्पतालों में बेड की स्थिति कोविड बेड-79
आक्सीन युक्त बेड-79
आइसीयू बड-10
बच्चों के लिए बेड
कोविड बेड-20
आक्सीन युक्त बेड-20
आइसीयू बेड-10