बढ़ा विश्वास , एक दिन में 347 ने लगवाया कोरोना का टीका
जिले के निजी अस्पतालों ने कोरोना टीकाकरण अभियान को हाथों- हाथ लिया है।
जागरण संवाददाता, रूपनगर: जिले के निजी अस्पतालों ने कोरोना टीकाकरण अभियान को हाथों- हाथ लिया है। वीरवार को रूपनगर के दो प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना टीकाकरण हुआ और इनके मालिक डाक्टरों ने सबसे पहले टीकाकरण करवाया। वहीं स्वास्थ्य विभाग को अनुमान था कि वीरवार को प्रमुख तीन सेंटरों समेत अन्य जगहों पर 300 लोगों का टीकाकरण होगा, लेकिन टीकाकरण ने चौथे दिन रिकार्ड तोड़ दिया। इस दौरान 347 स्वास्थ्य कर्मचारियों ने टीकाकरण करवाया। इनमें अधिकतर प्राइवेट डाक्टर, स्टाफ नर्स व अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी हैं। जिले में पहले तीन दिन हुए टीकाकरण में 182 स्वास्थ्य कर्मियों ने भाग लिया था। जिले में अब तक 529 स्वास्थ्य कर्मचारियों का टीकाकरण हो चुका है। डा. सांघा अस्पताल में सर्जन डा. जेपीएस सांघा ने पहले टीकाककरण करवाया। उनके बाद मेडिसन स्पेशलिस्ट डा.अरुण सिरोही ने टीकाकरण करवाया। परमार अस्पताल में सर्जन डा.आरएस परमार और उनके पुत्र सर्जन डा.बीपीएस परमार, आंखों की स्पेशलिस्ट डा.नम्रता परमार ने भी टीकाकरण करवाया। रूपनगर के मेडिकल स्पेशलिस्ट डा.अजय जिदल और एनेस्थीसिया के स्पेशलिस्ट अरुण शर्मा ने भी परमार अस्पताल में टीकाकरण करवाया। पूर्व सिविल सर्जन डा.एचएन शर्मा ने डाक्टर पत्नी समेत लगवाया टीका रूपनगर के पूर्व सिविल सर्जन और अब ईएनटी स्पेशलिस्ट के रूप में सेवाएं दे रहे डा. एचएन शर्मा ने अपनी पत्नी गायनी स्पेशलिस्ट शशी शर्मा समेत डा. परमार अस्पताल में टीकाकरण करवाया। डा.शर्मा ने कहा कि सभी स्वास्थ्य कर्मी फ्रंटलाइनर हैं और अब जब कोरोना की दवा बन गई है, तो इससे किसी तरह का भय नहीं होना चाहिए। भारत में बनी कोरोना की दवा सबसे सुरक्षित मानी गई है। टीकाकरण के बाद सर्जरी की डा. जेपीएस सांघा ने टीकाकरण के बाद अस्पताल में सामान्य दिनों की तरह सर्जरी आपरेशन भी किए। मेडिसन स्पेशलिस्ट डा.अरुण सिरोही ने ओपीडी में सेवाएं दी। डा.सांघा ने कहा कि कोरोना टीकाकरण सुरक्षित है। बिना वजह की अफवाहों में आने की जरूरत नहीं है। अगर दवा असुरक्षित होती, तो सरकार इसे मंजूरी न देती । मैं पूरी तरह से स्वस्थ्य हूं।
हम सभी स्वस्थ्य हैं: डा. परमार सर्जन डा.आरएस परमार ने कहा कि कोरोना की दवा को लेकर पूरी दुनिया में उत्सुकता थी कि कब यह दवा बनेगी। अब दवा बन गई है और यह स्वदेशी दवा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं है। उन्होंने खुद, उनके बेटे सर्जन डा.बीपीएस परमार और आंखों की स्पेशलिस्ट पुत्रवधू डा.नम्रता ने टीकाकरण करवाया और सभी स्वस्थ हैं। अस्पताल में रोजमर्रा की तरह ओपीडी देखी और सर्जरी भी कीं। कहां कितन हुआ टीकाकरण सेंटर संख्या
परमार अस्पताल रूपनगर 89
सीएचसी नूरपुरबेदी 50
सांघा अस्पताल रूपनगर 49
सिविल अस्पताल रूपनगर 42
एसडीएच आनंदपुर साहिब 32
बीबीएमबी अस्पताल नंगल 30
सीडीएच नंगल 29
सीएचसी भरतगढ़ 20
सीएचसी चमकौर साहिब 11
सीएचसी मोरिडा 04 कुल 347 कोरोना के नए तीन मामले, एक ठीक जागरण संवाददाता, रूपनगर: जिले में वीरवार को कोरोना के जहां तीन नए मामले सामने आए हैं, वहीं व्यक्ति ठीक होकर घर भी लौटा है। वीरवार को नंगल, मोरिडा व रूपनगर में एक- एक केस आया है। डीसी सोनाली गिरी ने बताया कि जिले में जिले में अब कोरोना के 67 एक्टिव केस हैं। अभी तक 117408 कोरोना सैंपल एकत्र किए जा चुके हैं, जिनमें से 113811 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। अब तक कोरोना पाजिटिव के 3480 केस आ चुके हैं और इनमें से 3246 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। जिले में 167 कोरोना पीड़ितों की अब तक मौत हो चुकी है।