लापरवाही छोड़ें, 18 दिन में कोरोना के 1697 केस
कोरोना को जितनी लापरवाही से हम ले रहे हैं वह उतनी ही बेपरवाही से बढ़ रहा है।
जासं, रूपनगर: कोरोना को जितनी लापरवाही से हम ले रहे हैं, वह उतनी ही बेपरवाही से बढ़ रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों ने लोगों को चिंता में डाल दिया है। अप्रैल माह में नौ दिन ऐसे गुजरे हैं, जिनमें रोजाना 100 से ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले आए। रविवार को भी कोरोना के 107 मामले आए हैं और तीन पीड़ित की मौत हो गई। डीसी सोनाली गिरी ले कहा कि अब तक 179677 सैंपल एकत्र किए जा चुके हैं, जिनमें से 171661 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। अब तक 6844 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं और इनमें 5673 ठीक भी हो चुके हैं। रविवार को रूपनगर में 35, आनंदपुर साहिब में 30, नंगल में 29, मोरिडा में 11 व चमकौर साहिब में दो केस आए हैं। वहीं जिले में मार्च और अप्रैल में कोरोना संक्रमण के केस को लेकर रिकार्ड कायम हो गया है। जनवरी और फरवरी को छोड़ दें, तो मार्च का पूरा माह और अप्रैल के 18 दिन बेहद हैरत में डालने वाले हैं। मार्च में 1489 और अप्रैल में 18 तारीख तक 1697 संक्रमण के नए केस जिले में आ चुके हैं। साल 2021 में जनवरी से लेकर अब तक 3541 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, जबकि पिछले साल 2020 में मार्च से दिसंबर तक दस माह में 3362 लोग कोरोना संक्रमित हुए थे। यानी कि पिछले साल प्रत्येक एक माह औसतन मरीज 336 आए थे। इस साल मरीजों के प्रतिमाह औसत 800 से ज्यादा मरीजों की आ ही है। अभी अप्रैल के 13 दिन पड़े हैं और कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए अब तक लाक डाउन का समय सबसे बेहतर रहा। इस दौरान न तो ज्यादा केस बढ़े न ही मौतें ज्यादा हुई, लेकिन जिले में साल 2020 में सिर्फ सितंबर माह ही ऐसा रहा, जब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या एक हजार का आंकड़ा पार कर सकी। अब 2021 में कोरोना का बदला रूप ज्यादा घात नजर आ रहा है।