50 फीसद कोरोना मरीजों के पास नहीं ऑक्सीमीटर
रूपनगर पंजाब सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए घरों में बिना लक्षण वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों को आइसोलेट करने की सुविधा तो दी है बावजूद इसके लोग कोरोना को हलके में ले रहे हैं।
अजय अग्निहोत्री, रूपनगर: पंजाब सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए घरों में बिना लक्षण वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों को आइसोलेट करने की सुविधा तो दी है, बावजूद इसके लोग कोरोना को हलके में ले रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की हिदायतों के बावजूद लोग ऑक्सीमीटर जो कोरोना मरीज के लिए घर का डाक्टर है, वह ही नहीं ले रहे। जिला प्रशासन के हाल ही में इस बारे में आंकड़े जुटाए गए और ये आंकड़े चौकाने वाले हैं। इसमें सामने आया कि होम आइलोसेट हुए कोरोना मरीजों में से 50 फीसद के पास ऑक्सीमीटर ही नहीं है। जिले में स्थिति ये है कि रोजाना दो से तीन लोगों की कोरोना से मौत हो रही है। 22 सितंबर को छोड़कर कोई दिन ऐसा नहीं गया, जिसमें बहुतायत में पाजिटिव केस न आए हों। कोरोना के शुरुआती दौर में तो स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर बेहद सख्त रहा, लेकिन अब जैसे- जैसे मरीज बढ़ रहे हैं और मौतें हो रही हैं, लोगों में कोरोना को लेकर एहतियात कम होती जा रही है। इसी का नतीजा है कि कोरोना पॉजिटिव भी ऑक्सीमीटर नहीं खरीद रहे। इसलिए जरूरी है ऑक्सीमीटर कोरोना मरीज के लिए बुखार, पल्स और शरीर की आक्सीजन दिन में कम से कम दो बार जांचना आवश्यक है। बुखार के लिए तो मरीज थर्मामीटर इस्तेमाल करता है और पल्स सहित ऑक्सीजन आसानी से जांचने के लिए ऑक्सीमीटर ही बेहतर माध्यम है। ऑक्सीमीटर को हाथ की किसी अंगुली में लगाने पर चंद सेकेंड में व्यक्ति की पल्स रेट (हृदय धड़कने की गति) और शरीर में ऑक्सीजन का पता चल जाता है। कोरोना पॉजिटिव के लिए ऑक्सीमीटर अनिवार्य है। संबंधित एसडीएम को हिदायत की गई है कि कोरोना मरीजों को अनिवार्य किया जाए कि दिन में दो बार वो ऑक्सीमीटर से खुद की पल्स और ऑक्सीजन जांच करें और उसका रिकार्ड लिख रखें।अगर कोई कोरोना मरीज ऑक्सीमीटर लेने का सामर्थ नहीं रखता, वो संबंधित एसडीएम को इसकी जानकारी दे।
सोनाली गिरी, डीसी।