केनरा बैंक में तकनीकी सिस्टम डांवाडोल, लोग हो रहे परेशान
कीरतपुर साहिब के निकट केनरा बैंक की शाखा में सिस्टम में तकनीकी खराबी आने के कारण उपभोक्ता पिछले दिनों से काफी परेशानी झेल रहे हैं।
संवाद सूत्र, कीरतपुर साहिब : कीरतपुर साहिब के निकट केनरा बैंक की शाखा में सिस्टम में तकनीकी खराबी आने के कारण उपभोक्ता पिछले दिनों से काफी परेशानी झेल रहे हैं। इनमें सबसे अधिक परेशानी पेंशन लेने आ रहे लोगों को हो रही है। बुजुर्गों के लिए बैंक की कतारों में घंटों तक खड़े रहना काफी मुश्किलें खड़ी कर रहा है। यही नहीं, भीषण गर्मी के चलते कतारों में लगे उपभोक्ताओं के पसीने छूट जाते हैं। केनरा बैंक की इस शाखा में जहां पेंशन लेने आए बुजुर्गों की लंबी कतार लग जाती है, वहीं आम व्यापारी तथा उपभोक्ता भी बैंक का कंप्यूटर सिस्टम न चलने के कारण परेशान रहते हैं।
तकनीकी खराबी के चलते होता है पूरा दिन खराब
बैंक में पहुंचे लोगों ने बताया कि वे सुबह बैंक के खुलते ही पहुंच जाते हैं। लेकिन सिस्टम में तकनीकी खराबी के चलते उनका पूरा-पूरा दिन इसी काम में निकल जाता है। उन्होंने बैंक के प्रबंधकों पर आरोप लगाते हुए कहा कि बैंक प्रबंधक तकनीकी खराबी के नाम पर उन्हें घंटों तक कतारों में खड़ा रखते हैं, जबकि बैंक कर्मचारी अपने प्रियजनों को प्रबंधकों के माध्यम से रुपये का लेन-देन करवाते हैं।
बैंक कर्मचारियों का रवैया कठोर : हर¨मदर हैपी
कीरतपुर साहिब के व्यापारी हर¨मदर ¨सह हैप्पी ने बताया कि पिछले दिनों से सिस्टम में तकनीकी खराबी के कारण काफी परेशानियां झेल रहे हैं। जिसके कारण उनका काम भी ठप हो गया है। ऊपर से बैंक कर्मचारियों का रवैया इतना कठोर है कि वे दुखी मन से बैंक में लेनदेन करते हैं। बैंक कर्मियों का रवैया तथा सिस्टम में तकनीकी खराबी के अलावा बैंक की सुरक्षा भी राम भरोसे ही चल रही है। बैंक में तैनात सिक्योरिटी गार्ड सुरक्षा को भूलकर बैंक में कैशियर के कैबिन के पीछे नकदी को गिनने तथा अन्य कार्यों में व्यस्त हो जाते हैं। जिससे बैंक की सुरक्षा नाममात्र ही होती है जबकि लाखों रुपये की नकदी लेकर लोग लाइनों में खड़े रहते हैं। जिससे बैंक तथा इसके उपभोक्ताओं की सुरक्षा पर भी प्रश्नचिन्ह लग जाता है तथा कभी भी कोई भी अप्रिय घटना घट सकती है।
सिस्टम की परेशानी संबंधी कुछ नहीं कर सकते : अमित कुमार, शाखा प्रबंधक
बैंक शाखा प्रबंधक अमित कुमार ने कहा कि हालांकि पिछले दिनों से बैंक के सिस्टम में तकनीकी खराबी चल रही है जो समय-समय पर ठीक भी हो जाती है। लेकिन सिस्टम में आने वाली अन्य खराबी के संबंध में वे कुछ नहीं कर सकते।