केंद्र व पंजाब सरकार की नीतिया मजदूर विरोधी : इंटक
नंगल भाखड़ा मजदूर संघ व जिला रूपनगर इंटक ने मंगलवार को प्रेसवार्ता कर केंद्र व पंजाब सरकार की नीतियों को मजदूर विरोधी बताया।
जागरण संवाददाता, नंगल : नंगल भाखड़ा मजदूर संघ व जिला रूपनगर इंटक ने मंगलवार को प्रेसवार्ता कर केंद्र व पंजाब सरकार की नीतियों को मजदूर विरोधी बताया। संगठन के प्रधान सुखदेव सिंह, जिला इंटक के प्रधान इकबाल सिंह, महासचिव सतनाम सिंह, गोपाल कृष्ण शर्मा, अशोक अंग्रीश ने कहा कि विधायकों और सासदों को सार्वजनिक सेवा के नाम पर खुली छूट व मोटे वेतन के अलावा अन्य कई सुविधाएं दी जा रही हैं, वहीं इन्हें उम्र भर मोटी पेंशन भी मिलती है। लेकिन दशकों से कर्मचारियों के साथ अन्याय बरकरार है।
उन्होंने कहा कि अपने लिए सुविधाएं लागू करते समय सासद व विधायक किसी से भी नहीं पूछते या यूं कहें कि उन्हें पूछने वाला ही कोई नहीं है। ऐसे में इस अन्याय पूर्ण व्यवस्था को लेकर लोगों में विशेषकर कर्मचारी वर्ग में रोष है। उन्होंने कहा कि जब आवश्यक हो यह सभी संविधान में संशोधन कर लेते हैं लेकिन कर्मचारी वर्ग की सुनने वाला कोई नहीं है। 2004 के बाद कर्मचारियों की पेंशन बंद की जा चुकी है। नए भर्ती हुए कर्मचारियों को सेवा के पहले सात वषरें के लिए केवल मूल वेतन का भुगतान करने का निर्णय, महंगाई भत्ते की किश्तों को वापस लेने, विभागों में रिक्त पड़े पदों को जल्द भरकर बेरोजगारी खत्म करना, कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया में कटौती करके आउटसोर्सिंग को प्राथमिकता देना, वेतन आयोग की रिपोर्ट को लागू न करने के विरुद्ध इंटक ने कड़ा रोष व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा है कि कर्मचारियों के मोबाइल भत्ते में कटौती कर दी गई है जबकि महंगाई के कारण मोबाइल बत्ता बढ़ना चाहिए था। ऐसा लग रहा है कि कर्मचारी वर्ग के खिलाफ एक सुनियोजित रणनीति तैयार की गई है जिसके तहत आए दिन कर्मचारी विरोधी फैसले लिए जा रहे हैं।