पुलिस ने बेरिकेडिंग कर रोका भाजपा महिला मोर्चा
भारतीय जनता पार्टी के मलोट से विधायक अरुण नारंग को अपमानित करने के विरोध में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के महिला मोर्चा ने रोष मार्च निकालकर सरकार का पुतला जलाकर रोष प्रदर्शन किया ।
जागरण संवाददाता, नंगल: भारतीय जनता पार्टी के मलोट से विधायक अरुण नारंग को अपमानित करने के विरोध में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के महिला मोर्चा ने रोष मार्च निकालकर सरकार का पुतला जलाकर रोष प्रदर्शन किया। भगवान बाल्मीकि मंदिर से रोष मार्च निकालते हुए स्थानीय काग्रेस कार्यालय एवं पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा केपी सिंह के कार्यालय के समक्ष पुतला जलाने के मद्देनजर किए पुलिस बंदोबस्त के दौरान उन्हें मुख्य मार्ग पर ही रोक दिया गया। मौके पर मौजूद नंगल थाना प्रभारी पवन कुमार चौधरी ने उन्हें काग्रेस कार्यालय तक जाने से रोककर समझाते हुए स्थिति को नियंत्रण में किया। कांग्रेस कार्यालय तक प्रदर्शनकारी न पहुंचें, इसके लिए बाकायदा बेरिकेडिंग से प्रबंध किए गए थे। महिला पुलिस अधिकारियों के साथ अन्य कर्मचारियों के किए गए प्रबंधों के चलते महिला मोर्चा ने आई ब्लाक चौक पर ही पुतला जलाकर प्रदर्शन किया। इस दौरान महिला मोर्चा की जिला प्रधान वृत्ति भल्ला, महासचिव अलका ऐरी, बबली चादला, रचना लाबा ,रंजीत कौर, पूर्व पार्षद महेंद्र कौर मट्टू आदि महिलाओं ने पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा केपी सिंह एवं सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। जिला प्रधान जितेंद्र सिंह अठवाल, नंगल मंडल प्रधान राजेश चौधरी, महासचिव रंजीत सिंह लक्की आदि ने भी भाजपा विधायक को अपमानित करने की घटना की निंदा की। इस मौके पर भनुपली क्षेत्र के नेता मुकेश नड्डा, अनिल सरीन, भाजपा भनुपली मंडल के प्रधान दिनेश जोशी व सुभाष ऐरी आदि भी मौजूद थे। स्पीकर ने नहीं किया कर्तव्य का पालन डा. परमिंदर शर्मा ने कहा कि विधानसभा स्पीकर ने अपने कर्तव्य का पालन करने के बजाय मात्र एक बयान देकर ही मलोट की घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली अपमान की इतनी बड़ी घटना की जांच करवाने की कोई जरूरत नहीं समझी गई । उन्होंने कहा कि विधायक अरुण नारंग का केवल मात्र यही कसूर है कि उन्होंने पंजाब काग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ को चुनाव में पराजित किया है, इसलिए ही मुख्यमंत्री व स्पीकर ने अपने अध्यक्ष को खुश करने के लिए ही विधायक को अपमानजनक करने की घटना की जाच करवाने की जरूरत नहीं समझी।