अकाली दल (टकसाली) को सिर्फ दो फीसद वोट ही मिले
बीर दविदर को दो फीसद वोट ही मिल पाए हैं।
अजय अग्निहोत्री, रूपनगर: अकाली दल बादल को छोड़कर तीन वरिष्ठ अकाली नेताओं रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा, रतन सिंह अजनाला और सेवा सिंह सेखवां द्वारा बनाए गए अकाली दल (टकसाली) का इस बार लोकसभा चुनाव में हश्र बेहद दर्दनाक रहा। सियासी तौर पर आनंदपुर साहिब सीट से जिस आला कद के नेता पूर्व डिप्टी स्पीकर बीर दविदर सिंह को अकाली दल टकसाली ने चुनाव मैदान में उतारा था, उसके जीवन का सबसे बड़ा सियासी नुकसान इस चुनाव से ज्यादा कोई नहीं हो सकता। आनंदपुर साहिब लोकसभा सीट जिसे अकाली दल बादल और अकाली दल टकसाली के नेता पंथक सीट होने का दावा करते थे, में ही अकाली दल (टकसाली) को खाता 10424 वोट पर जाकर बंद हो गया। बीर दविदर को दो फीसद वोट ही मिल पाए हैं। आनंदपुर साहिब लोकसभा सीट जहां कांग्रेस पार्टी पहले, अकाली दल बादल दूसरे, बसपा तीसरे और आप पार्टी चौथे स्थान पर रही, वहां अकाली दल (टकसाली) छठे स्थान पर रहा है। पांचवें नंबर पर सीपीआइएम के रघुनाथ सिंह रहे हैं। बीर दविदर को 10424 वोट मिले हैं, तो कामरेड रघुनाथ सिंह 10665 वोट लेने में सफल रहे हैं। नोटा से भी कम वोट बता दें कि इस बार नोटा के तहत 17135 वोट पड़े हैं, लेकिन अकाली दल टकसाली के उम्मीदवार को नोटा से भी 6711 वोट कम वोट पड़े हैं, जबकि रघुनाथ सिंह को मिले वोटों से भी नोटा को ज्यादा वोट मिले हैं। अकाली दल (टकसाली) को मिले वोट
विधानसभा वोट
गढ़शंकर 208
बंगा 626
नवांशहर 395
बलाचौर 213
आनंदपुर साहिब 537
रूपनगर 871
चमकौर साहिब 1589
खरड़ 2927
मोहाली 2808
कुल 10424
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