लोगों को डरा रहे नगर पंचायत चुनाव हारे प्रत्याशी
बीते दिनों कौंसिल चुनाव में हार का फतवा नामंजूर करने वाले लोगों ने कूटनीति की राजनीति शुरू कर दी गई है।
जागरण संवाददाता,रूपनगर: बीते दिनों कौंसिल चुनाव में हार का फतवा नामंजूर करने वाले लोगों ने कूटनीति की राजनीति शुरू कर दी गई है। एक तरफ नगर पंचायत के कीरतपुर साहिब के वार्ड नंबर छह में बंगाला बस्ती के लोगों को हारे हुए प्रत्याशी यह कहकर डरा रहे हैं कि नगर पंचायत का गठन उनके लिए खतरा बन सकता है, दूसरी तरफ कुछ लोग नगर पंचायत तोड़ने के पक्षधरों के साथ न होने का दावा कर रहे हैं। बस्ती के मिका, राजू, मिट्ठू ,रिकू, राम अवतार ,लक्ष्मण ,बंटी,बता, सागर, कुलबीर, बलविदर, शंभू , जिदर, विजा, मेहंदी, राजा, पाला, कमल, सेवक, निक्की ,नीलम , आशा, सरिता, सीता, रीना, सीमा, वर्षा, सकीना व किरना ने बताया कि अपने वोट का अधिकार इस्तेमाल कर उन्होंने अपने वार्ड की अगुआई करने के लिए एक नुमाइंदे का चुनाव किया है। पिछले दिनों उनकी बस्ती के आगे हारे हुए प्रत्याशियों ने कुछ लोग एकत्रित किए थे जिनमें ज्यादातर वह लोग शामिल थे, जिनका वोट इस वार्ड में नहीं है। उन्होंने लोगों को गुमराह किया कि नगर पंचायत का हिस्सा होने पर उनके कस्बे को नुक्सान हो सकता है। उन्होंने कहा कि अपनी मर्जी से चुने नुमाइंदे से उनको बहुत सारी उम्मीदें हैं, लेकिन चुनाव के दौरान हारे प्रत्याशी लोगों को गुमराह कर रहे हैं कि नगर पंचायत कीरतपुर साहिब का हिस्सा होने पर उनसे टैक्स वसूला जाएगा। हम नगर पंचायत से अलग नहीं होना चाहते, क्योंकि नगर पंचायत के तहत आने पर उनके कस्बे का विकास हुआ है। हमें उम्मीद है कि आगे से भी विकास कार्य इसी प्रकार चलते रहेंगे। बस्ती के लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे शरारती तत्वों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए, जो उनको गुमराह कर रहे है।