कोरोना नियमों का पालन करते हुए मनाई बकरीद
रूपनगर में शनिवार को मस्जिदों में सरकारी नियमों के अनुसार फिजिकल डिस्टेंसिंग रखते हुए बकरीद का त्योहार मनाया गया।
जागरण संवाददाता, रूपनगर : रूपनगर में शनिवार को मस्जिदों में सरकारी नियमों के अनुसार फिजिकल डिस्टेंसिंग रखते हुए बकरीद का त्योहार मनाया गया। मोहल्ला शेखां जामा मस्जिद के इमाम मौलाना सय्यद अजहर हसन और फारूखी मस्जिद के मौलाना बजहुल कमर शाहिदी ने नमाज अदा करवाई।
मौलाना ने तकरीर में कहा कि हजरत इब्राहिम के 86 वर्ष की उम्र में कोई संतान नहीं थी। उन्होंने अपने खुदा से नेक बेटा होने की दुआ की और खुदा ने बेटा बुढ़ापे में अता फरमाया। उसका नाम इस्माईल था। बुढ़ापे में जन्मी संतान से बहुत प्यार होता है तो खुदा ने हजरत इब्राहिम की परीक्षा में बेटा इस्माईल की कुर्बानी करने का हुक्म दिया और इसकी याद में कुर्बानी दी जाती है। उन्होंने कहा कि इस का मकसद है कि खुदा का हुकम सबसे बड़ा है। उन्होंने कहा कि एकजुटता से ही देश की रक्षा हो सकती है और प्रेम भावना पैदा होती है। त्योहार मिलजुल कर मनाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि खुदा का फरमान है कि हराम की कमाई पाप, बगावत, बुरे कर्म कराएगी और हक हलाल की कमाई नेक भलाई वाले कर्म करवाएगी। देश की एकता अखंडता व मानव कल्याण के लिए दुआ की गई। छोटे बच्चों ने बकराीद मौके भारी उत्साह दिखाया और एक दूसरे को गले लगा बधाई दी।