'आप' विधायक पर हमला करने वाले अजविंदर व वचितर ने किया सरेंडर
आम आदमी पार्टी के विधायक अमरजीत सिंह संदोआ पर हमला करने के मुख्य आरोपित अजविंदर व बचितर ने एसएसपी रूपनगर के पास सरेंडर कर दिया।
जेएनएन, रूपनगर। हरसा बेला खड्ड के किनारे खनन के दौरान आम आदमी पार्टी के विधायक अमरजीत सिंह संदोआ पर हमला करने के मुख्य आरोपित अजविंदर सिंह बेईहारा और बचितर सिंह भाओवाल ने गत सायं एसएसपी रूपनगर के पास सरेंडर कर दिया। हमले के दोनों मुख्य आरोपित छह दिन से फरार थे और पुलिस के हाथ नहीं आ रहे थे। अब मामले में सभी सात आरोपित पुलिस पुलिस के हाथ लग चुके हैं। गौरतलब है कि पांच आरोपित पहले पकड़े जा चुके हैं।
21 जून को मीडिया को साथ लेकर आप विधायक संदोआ अवैध खनन का भंडाफोड़ करने हरसा बेला और बेईहारा खड्ड में गए थे। विधायक के साथ पीए जगपाल सिंह पाली और गनमैन सुखबीर सिंह भी साथ थे। मौके पर अजविंदर सिंह और बचितर सिंह भाओवाल भी अपने साथियों के साथ पहुंच गए। पहले अपशब्द कहे फिर मारपीट शुरू हो गई।
हमले में विधायक की दस्तार भी गिर गई थी और संदोआ के गनमैन ने भी अजविंदर की दस्तार गिरा दी थी। हमले के बाद अजविंदर सिंह और बचितर सिंह मौके से फरार हो गए, जबकि इनके तीन साथियों को पुलिस ने पकड़ लिया था। अन्य दो साथी चार दिन बाद काबू किए थे और अब घटना के छठे दिन मुख्य आरोपितों ने भी सरेंडर कर दिया। हालांकि सरेंडर करने से पहले अजविंदर ने विधायक संदोआ के खिलाफ खूब भड़ास निकाली। आरोप लगाया कि अगर उसने पांच लाख नहीं लिए तो उसके घर पर विधायक के रिश्तेदार क्यों आए थे।
अन्य पांच आरोपित जेल भेजे
विधायक पर हमले के अन्य पांच आरोपितों जसविंदर सिंह गोल्डी, अमरजीत सिंह, मनजीत सिंह, दविंदर सिंह, दविंदर सिंह, अमृतपाल सिंह को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
मेरे पास किया सरेंडर, कल कोर्ट मे करेंगे पेश: संधू
एसएसपी रूपनगर राज बचन सिंह संधू का कहना है कि आरोपित अजविंदर सिंह बेईहारा और बचितर सिंह भाओवाल ने उनके दफ्तर आकर सरेंडर किया है। उन्हें नूरपुरबेदी के एसएचओ देसराज के हवाले कर दिया गया है। दोनों को बुधवार को अदालत में पेश करेंगे।
दोंनो को गैंगस्टर दिलप्रीत से भी है खतरा
अजविंदर बेईहारा और बचितर सिंह भाओवाल दोनों को गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह बाबा से खतरा है। कबड्डी खिलाड़ी केसर सिंह मल्ली की हत्या करने के मामले में दोनों ही दोषी करार दिए गए थे और उम्रकैद की सजा काटते हुए हाई कोर्ट से जमानत पर हैं। दोनों के सरेंडर करने का कारण यह भी हो सकता है कि पुलिस ने दोनों के गनमैन वापस ले लिए थे। ऐसे में वे ज्यादा बिना सुरक्षा के घूम नहीं सकते थे।
यह भी पढ़ेंः अवैध रेत खनन पर घिरी पंजाब सरकार, बढ़ सकती हैैं चुनौतियां