पति के बाद पत्नी और बेटा भी कोरोना पॉजिटिव, ज्ञान मेडिकल सेंटर बनूड़ में भर्ती
जिले में अब तक कोरोना वायरस के तीन केस पॉजिटिव आ चुके हैं। चतामली में 55 साल के व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मरीज के संपर्क में आए 17 लोगों के सैंपल लिए थे।
जागरण संवाददाता, रूपनगर : जिले में अब तक कोरोना वायरस के तीन केस पॉजिटिव आ चुके हैं। चतामली में 55 साल के व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मरीज के संपर्क में आए 17 लोगों के सैंपल लिए थे। इनमें से 15 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है और बाकी बचे दो सैंपलों में मरीज की पत्नी और बेटे के सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं। अभी तीन सैंपलों का नतीजा आने बाकी है। ये सैंपल रविवार सायं लिए थे। इनमें एक भरतगढ़, एक जटाणा और एक रूपनगर का है। पॉजिटिव आए मरीज की पॉजिटिव आई पत्नी और बेटे को ज्ञान मेडिकल सेंटर बनूड़ इलाज के लिए शिफ्ट कर दिया है।
दूसरी तरफ, डब्ल्यूएचओ की राज्य स्तरीय टीम ने सोमवार को जिला स्तरीय अस्पताल का दौरा किया और अस्पताल में कोविड-19 को लेकर किए गए प्रबंधों का जायजा लिया। स्वास्थ्य विभाग ने टीमें बनाकर चतामली गांव समेत माणकमाजरा व आसपास के गांवों में सर्वे मुकम्मल कर लिया है। इन गांवों में जरूरत के हिसाब से सैनिटाइज करवाया जा रहा है और लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि अगर किसी को कोविड 19 के लक्षण दिखें तो तुरंत निकटवर्ती सरकारी संस्थान या रूपनगर में सरकारी अस्पताल में संपर्क करें। कैसे संक्रमित हुआ संशय बरकरार
सबसे पहले पॉजिटिव आए व्यक्ति को लेकर अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कोविड 19 वायरस के संपर्क में वो किस तरह आया। 13 मार्च को पपराली के गुरुद्वारा साहिब में एक संस्था ने मेडिकल चेकअप कैंप लगवाया गया था जिसमें पॉजिटिव व्यक्ति शामिल हुआ था। पर हैरत की बात है कि उसके अलावा कोई व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित नहीं हुआ। दूसरी तरफ, अहम बात ये है कि शुगर का मरीज पॉजिटिव मरीज अपने इलाज के लिए मोहाली व चंडीगढ़ में भी गया। यही नहीं, उसके रूपनगर अस्पताल जाने की भी सूचना है। ऐसे में उसे कोविड 19 का संक्रमण कहां हुआ, ये जांच का विषय है। सिविल अस्पताल में वेंटिलेटर स्थापित
रूपनगर सिविल अस्पताल में कोविड 19 के इमरजेंसी केस के लिए वेंटिलेटर की व्यवस्था कर दी गई है। सबसे अहम बात ये है कि रूपनगर सिविल अस्पताल में एनेस्थीसिया के स्पेशलिस्ट डॉक्टर भी हैं जो वेंटिलेटर को ऑपरेट के विशेषज्ञ हैं। रविवार रात ही रूपनगर सिविल अस्पताल में कोविड 19 के मरीजों के लिए बनाए गए आइसीयू में वेंटिलेटर इंस्टाल किया गया है। सिविल सर्जन डॉ. एचएन शर्मा ने कहा कि फिलहाल एक वेंटिलेटर स्थापित किया गया है बाकी भी जल्द स्थापित किए जाएंगे। जिला स्वास्थ्य विभाग के पास प्राइवेट अस्पतालों के सात वेंटिलेटर इमरजेंसी सेवा के लिए मुहैया हैं। 530 डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ सेवा निभा रहे हैं। तीन गांवों में नहीं मिला कोई संदिग्ध
स्वास्थ्य विभाग द्वारा माणकमाजरा समेत लखमीपुर, ठौणा में स्वास्थ्य चेकअप सर्वे करवाया गया। ये सर्वे दो दिन में पूरा हो गया है और इसमें राहत की खबर ये है कि किसी भी गांव के निवासी कोविड-19 के लक्षण नहीं पाए गए हैं जबकि चतामली के मरीज के पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन ने माणकमाजरा को सील करते हुए आसपास के इन गांवों में भी सख्ती कर दी थी। क्योंकि माणकमाजरा में 12 मार्च को संस्था ने मेडिकल चेकअप कैंप लगाया था। जिसमें विदेशी डॉक्टर शामिल हुए थे। चतामली, चतामला व ध्यानपुरा में भी सर्वे मुकम्मल
दूसरी तरफ, चतामली, चतामला समेत ध्यानपुरा में स्वास्थ्य विभाग हेल्थ सर्वे मुकम्मल हो गया है। इन गांवों में भी किसी व्यक्ति में कोविड 19 के लक्षण नहीं पाए गए हैं। सर्वे के दौरान लोगों को कोविड 19 के बारे में जागरूक अलग से किया गया है जिससे कि किसी व्यक्ति में लक्षण पाए जाने पर लोग स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें। निगेटिव आने के बाद लौटा मरीज बोला, नहीं आई कोई दिक्कत
जिला अस्पताल रूपनगर के आइसोलेशन वार्ड में निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद डिस्चार्ज होकर जाने वाले एक मरीज ने बताया कि वह अप्रैल के पहले हफ्ते दौरान कोविड 19 के लक्षण के बाद अस्पताल दाखिल हुआ था। इलाज के दौरान सारे डॉक्टरों और स्टाफ का व्यवहार बेहतर रहा। जब भी किसी चीज की जरूरत पड़ी तो खाने से लेकर हर चीज उन्हें मुहैया करवाई गई। ------------
घबराने की जरूरत नहीं है। यदि इस बीमारी का कोई लक्ष्ण महसूस होता है तो स्वास्थ्य केंद्र के साथ जरूर संपर्क करें। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाए आइसोलेशन वार्ड में मरीज का हर तरह से ख्याल रखा जाता है।
-सोनाली गिरी, डिप्टी कमिश्नर, रूपनगर।