अस्पताल में युवक की मौत, डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप, किया प्रदर्शन
पटियाला राजिदरा अस्पताल में युवक की मौत के बाद परिजनों व क्रांतिकारी किसान यूनियन नेडॉक्टरों व मेडिकल कॉलेज प्रशासन के खिलाफ लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल के बाहर रोड जाम करके प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, पटियाला : राजिदरा अस्पताल में युवक की मौत के बाद परिजनों व क्रांतिकारी किसान यूनियन नेडॉक्टरों व मेडिकल कॉलेज प्रशासन के खिलाफ लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल के बाहर रोड जाम करके प्रदर्शन किया। इस दौरान यूनियन ने मेडिकल कॉलेज प्रिसिपल और संबंधित डॉक्टरों को सस्पेंड कर कार्रवाई की मांग की। वहीं, चेतावनी दी कि जब तक लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा।
शीशा सिंह गांव तुल्लेवाल ने बताया कि 24 वर्षीय पुत्र मलकीत सिंह को टाइफाइड था। उन्होंने उसका सरकारी अस्पताल समाना से चेकअप करवाया, जिसके बाद डॉक्टरों ने उसे राजिदरा अस्पताल पटियाला रेफर कर दिया। छह जुलाई को उनका बेटा खुद कार चलाकर राजिदरा अस्पताल पहुंचा और उसका कोरोना टेस्ट के सैंपल लेकर उसे अलग वार्ड में एडमिट कर लिया गया। इसके कुछ घंटों बाद ही उसकी मौत हो गई। परिवार ने आरोप लगाया कि उसकी मौत बीमारी के कारण नहीं बल्कि कोई गलत दवाई देने या डॉक्टरों की लापरवाही के कारण हुई है। इसकी जांच कर संबंधित जिम्मेवार अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
पीड़ितों के आरोप, पुत्र ने कहा था कि डॉक्टर मार देंगे
प्रदर्शन कर रहे शीशा सिंह, सुखविदर सिंह, अवतार सिंह कौरजीवाला, निशान सिंह, गुरनाम सिंह ने बताया कि छह जुलाई को मलकीत सिंह को एडमिट करवाते समय वह बिलकुल ठीक था। एडमिट करवाने के बाद कई बार मलकीत सिंह का फोन भी आया और उसने गांव से मोबाइल का चार्जर समेत अन्य कई सामान भी मंगवाया। इसके कुछ समय बाद फोन आया कि डॉक्टर उसे मार देंगे। इसके बाद 11 बजे अस्पताल से फोन आया कि उनके पुत्र की मौत हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल प्रशासन द्वारा उनके पुत्र का फोन भी धरना लगाने की चेतावनी के बाद उन्हें सौंपा है।