पड़ोसी से रंजिश निकालने व पैसे वसूलने को महिला ने रची बड़ी साजिश, फिर खुद ही फंसी जाल में
एक महिला की अपने पड़ोसी से रंजिश थी। इस कारण उसे फंसाने के लिए महिला ने बेटे के अपहरण की झूठी कहानी रचकर केस दर्ज करा दिया। बाद में जांच में वह खुद अपने ही जाल में फंस गई।
पटियाला, जेएनएन। एक महिला की अपने पड़ोसी से पुरानी रंजिश थी। इस कारण उसने पड़ोसी को फंसाने के लिए बड़ी साजिश रच डाली। उसने अपने 12 साल के बेटे को कहीं और लेकर छिपा दिया और उसके अपहरण की झूठी कहानी रच दी। महिला ने पड़ोसी के खिलाफ बेटे को अगवा करने का केस दर्ज करा दिया, लेकिन जांच हुई तो वह खुद अपने जाल में फंस गई। वह पड़ोसी से पैसे भी वसूलने की तैयारी में थी।
मामला जिले के गांव शेखुपुर की है। 13 अक्टूबर को एक महिला ने पड़ोसी अपने 12 साल के बेटे को अगवा करने का मामला दर्ज करवाया। महिला ने पहले बेटे को गुग्गा माड़ी में छोड़ दिया और फिर घर लौटने पर उसके अगवा होने का शोर मचा दिया। पुलिस ने केस दर्ज कर पड़ताल शुरू की। इसके बाद पुलिस ने 14 अक्टूबर शाम को बच्चे को माड़ी से बरामद कर लिया। इसके बाद पूरे मामले का पर्दाफाश हो गया। इसके बाद पुलिस ने अमरजीत कौर व उसके बड़े बेटे के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
डीएसपी (डी) कृष्ण कुमार, डीएसपी रूरल अजयपाल सिंह, जुल्का थाना इंचार्ज गुरप्रीत व स्वर्ण सिंह सहित पुलिस मुलाजिमों की टीम ने बताया कि नाबालिग बच्चे को बाल सुधार गृह भेज दिया है। महिला को रिमांड पर लिया गया है। महिला की मंशा थी कि वह अपने पड़ोसी मेजर गिर को ब्लैकमेल कर पैसे वसूल करेगी। पुलिस के अनुसार दोनों में मामूली तकरारबाजी को लेकर रंजिश चल रही थी।
13 अक्टूबर की रात को गांव में मंगत भारती के बेटे नेक भारती के घर पर बड़े बेटे बलविंदर गिर व 12 वर्षीय छाेटे बेटे भाई बंटी बाइक पर गए थे। लौटते समय मेजर गिर की बाइक से इन लोगों की मामूली टक्कर हुई थी। मेजर गिर नशे की हालत में था और उसने बलविंदर को थप्पड़ जड़ दिया, जिससे घबराए दोनों भाई भाग गए। बलविंदर बाद में गिर घर पहुंचा, जबकि बंटी कहीं छिप गया था। वह कुछ देर के बाद घर आया।
पूरी बात का पता चलने पर मेजर गिर को सबक सिखाने के लिए बलविंदर व बंटी कह मां अमरजीत कौर ने साजिश रची। उसने बंटी को माड़ी पर छोड़ दिया और अगले दिन लेकर जाने की बात कही। बंटी को समझाया कि कोई भी पूछे तो कहना कि मेजर गिर ने जबरन अपने पास रखा था। वहीं बलविंदर गिर भी मां से मिल गया और घर आने के बाद परिवार को झूठी कहानी बताई कि माड़ी से लौटते समय मेजर गिर ने इन्हें बुरा-भला कहा। इस बीच बलविंदर वहां से भागकर घर पहुंच गया, जबकि बंटी को मेजर ने पकड़ लिया।
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रंजिश निकालने के लिए बच्चों से भी कराया जा रहा जुर्म
रंजिश निकालने के लिए बच्चों की आड़ में पुलिस को गुमराह करने का मामला पहले भी सामने आ चुका है। भादसों के नजदीक गांव मटरौड़ा में करीब तीन महीने पहले एक व्यक्ति ने रंजिश के चलते एक व्यक्ति का सिर फोड़ दिया। बाद में खुद को बचाने और उक्त व्यक्ति को फंसाने के लिए बेटे के अपहरण की कोशिश की झूठी कहानी बनाई। यही नहीं, बेटे को भी इस जुर्म में शामिल किया था।