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पीयू में एग्जाम होंगे या नहीं, कमेटी करेगी फैसला, सरकार के फैसले का इंतजार भी

पटियाला एक ओर जहां एग्जाम करवाए जाने को लेकर यूजीसी के निर्देशों का फैसले का पंजाब सरकार विरोध कर रही है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 15 Jul 2020 12:03 AM (IST)Updated: Wed, 15 Jul 2020 06:08 AM (IST)
पीयू में एग्जाम होंगे या नहीं, कमेटी करेगी फैसला, सरकार के फैसले का इंतजार भी
पीयू में एग्जाम होंगे या नहीं, कमेटी करेगी फैसला, सरकार के फैसले का इंतजार भी

जागरण संवाददाता, पटियाला : एक ओर जहां एग्जाम करवाए जाने को लेकर यूजीसी के निर्देशों का फैसले का पंजाब सरकार विरोध कर रही है। वहीं, पंजाबी यूनिवर्सिटी (पीयू) ने इस संबंधी अंतिम फैसले के लिए कमेटी का गठन किया है। कमेटी में यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ. भूरा सिंह घुम्मण सिंह, रजिस्ट्रार डॉ. योगराज सिंह व अन्य अधिकारी शामिल किए गए हैं। हालांकि उक्त कमेटी ने इस फैसले पर विचार शुरू कर दिया है, लेकिन जानकारों मुताबिक कोई भी अंतिम फैसला लेने से पहले पंजाब सरकार के इस बारे फैसले को ध्यान में अवश्य रखा जाएगा।

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पिछले दिनों सीएम के साथ हुई यूनिवर्सिटियों की वीडियो कांफ्रेंस में भी पंजाबी यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने तर्क रखा था कि पिछली क्लासेस के रिजल्ट को देखकर ही अगली क्लास का रिजल्ट जारी कर दिया जाए। उधर, जालंधर की लवली यूनिवर्सिटी ऑनलाइन एग्जाम ले रही है। इसके चलते यूनिवर्सिटी ने डेटशीट भी जारी कर दी है। सूत्रों के अनुसार पंजाबी यूनिवर्सिटी के पास 32 हजार के करीब स्टूडेंट्स हैं। अगर कॉलेजों के स्टूडेंट्स का ब्योरा जोड़ें तो 73 हजार के करीब स्टूडेंट्स हैं। यूनिवर्सिटी के पास ऑनलाइन एग्जाम लेने को फिलहाल पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है। खास बात यह है कि यूनिवर्सिटी के पास ज्यादातर रूरल एरिया से स्टूडेंट्स की एडमिशन है। गांव में नेट की सुविधा ज्यादा बेहतर नहीं है, जिसके चलते ऑनलाइन एग्जाम लेने में यूनिवर्सिटी व स्टूडेंट्स को एक बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। पिछले समय में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एग्जामिनेशन ब्रांच के सिस्टम को ऑनलाइन किया था, जिससे रिजल्ट डिक्लेयर करने में देरी हुई और उसका खमिआजा आज स्टूडेंट्स भुगत रहे हैं। यूनिवर्सिटी के पास विभिन्न समेस्टर के रिजल्ट पेडिग चल रहे हैं। कोरोना के चलते 50 फीसदी स्टाफ ही कर रहा काम

जानकारी अनुसार एग्जामिनेशन ब्रांच में कोरोना के चलते 50 फीसद स्टाफ ही काम कर रहा है। उधर, पिछले साल ऑनलाइन सिस्टम ठप होने से दिसंबर महीने के रिजल्ट यूनिवर्सिटी जारी नहीं कर सकी है। जानकारों अनुसार अलग-अलग सेमेस्टर के 200 ज्यादा रिजल्ट पेडिग पड़े हैं। रिजल्ट जारी करने में देरी एग्जामिनेशन ब्रांच को ऑनलाइन करने के तहत हुई। सीसी विभाग के स्टूडेंट्स के फार्म ही ऑनलाइन नहीं हो सके। जिसके चलते एग्जाम लेट शुरू हुए। नए की जगह पुराने पैटर्न पर तैयार किए पेपर

सूत्रों अनुसार यूनिवर्सिटी ने नए की जगह पुराने पैटर्न के हिसाब से पेपर तैयार किए हैं। जिसके तहत पूरे सिलेबस में से प्रश्न लिए गए हैं। हालांकि यूजीसी के निर्देश अनुसार 50 फीसद सिलेबस में से पेपर तैयार किया जाना है। यूनिवर्सिटी ने फिलहाल पेपर तैयार किए हैं और प्रिटिग के लिए भेजने हैं। सूत्र बताते है कि प्रिटिग के लिए करीब डेढ़ महीना लगता है। सितंबर महीने में एग्जाम होना मुनासिब ही नहीं है। कोट्स

यूजीसी ने यूनिवर्सिटियों को एग्जाम लेने के लिए कहा है। पर राज्य सरकार ने एग्जाम लेने पर पाबंदी के निर्देश जारी किए हैं। सीएम ने पीएम व यूजीसी को पत्र भेजा है। राज्य सरकार क्या फैसला करती है, के बाद ही अगला कदम उठाया जाएगा। पिछले वर्ष दिसंबर के रिजल्ट भी पेंडिग चल रहे हैं। उन्हें भी जल्द जारी करने के लिए मुलाजिम दिन रात मेहनत कर रहे है। सरकार जो फैसला करेगी, के अनुसार ही यूनिवर्सिटी तैयारी करेगी।

--डॉ. जसवीरइंद्र सिंह खट्टर, कंट्रोलर, एग्जामिनेशन ब्रांच, पंजाबी यूनिवर्सिटी


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