दो पूर्व मेयर ताल ठोंककर कैप्टन की चाल बिगाड़ने की तैयारी में
पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर और उनकी नवगठित पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस की चाल बिगाड़ने को अब शाही शहर के दो पूर्व मेयर ताल ठोंकने की तैयारी में हैं।
दीपक मौदगिल, पटियाला
पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर और उनकी नवगठित पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस की चाल बिगाड़ने को अब शाही शहर के दो पूर्व मेयर ताल ठोंकने की तैयारी में हैं। इनमें जहां पूर्व मेयर अकाली मेयर अजीतपाल सिंह कोहली आम आदमी पार्टी ज्वाइन करके इस विधानसभा चुनाव में पटियाला सीट से कैप्टन को चैलेंज कर चुके हैं वहीं अब पूर्व मेयर विष्णु शर्मा ने शिरोमणि अकाली दल छोड़ कांग्रेस ज्वाइन करके पूर्व मुख्यमंत्री के चुनौती देने के अपने तेवर स्पष्ट कर दिए हैं। ऐसे में दो पूर्व मेयर ताल ठोंककर कैप्टन अमरिदर और उनकी नवगठित पार्टी की चाल बिगाड़ने की तैयारी में हैं।
चूंकि पटियाला सीट से पंजाब लोक कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में कैप्टन अमरिदर का नाम तय ही है तो ऐसे में उनके राजनीतिक कद के अनुरूप ही कोई उम्मीदवार उतारने को लेकर कांग्रेस निश्चित रूप से असमंजस में थी। शुरुआत में चर्चा थी कि कांग्रेस इस सीट से कैबिनेट मंत्री ब्रह्म मोहिदरा को उतार सकती है लेकिन जब पार्टी ने एक परिवार-एक टिकट की नीति का ऐलान किया तो ब्रह्म मोहिदरा ने अपने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पटियाला रूरल से अपने पुत्र मोहित मोहिदरा के लिए टिकट को ही प्राथमिकता दी। अब जबकि ऐसे में कांग्रेस के पास कैप्टन अमरिदर की शख्सीयत के मुताबिक कोई बड़ा नाम नहीं मौजूद था तो पार्टी प्रधान सिद्धू ने इस बारे में पूर्व मेयर विष्णु शर्मा पर नजर रखी और उन्हें पार्टी ज्वाइन करवा दी। इससे पहले अकाली दल में पिछले करीब दस साल से शामिल रहे विष्णु शर्मा इस चुनाव के लिए पटियाला रूरल से अकाली उम्मीदवार की आस लगाए हुए थे लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दी। इसी कारण विष्णु शर्मा को भी अकाली दल छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन करने संबंधी फैसला करने में देरी नहीं लगी। आप की चुनौती का आगे बढ़ा रहे हैं अजीतपाल कोहली
साल 2007 से साल 2012 तक पंजाब में अकाली दल की सरकार रही तो इसी दरम्यान पटियाला नगर निगम के मेयर पद पर अजीतपाल सिंह कोहली आसीन रहे। उसके बाद भी अजीतपाल ने पटियाला निगम की अगली टर्म में मेयरशिप हासिल करने की कोशिश की लेकिन यहां उनकी नहीं चली और तब से लेकर अब तक अकाली दल ने अजीतपाल को पार्टी में कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं सौंपी। मौजूदा चुनाव में भी अजीतपाल को टिकट देने के लिए अकाली दल ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई तो उन्होंने आम आदमी पार्टी से आफर मिलते ही इसे हाथों हाथ लपक लिया। आम आदमी पार्टी ने भी यहां अजीतपाल को उसी तरह पटियाला सिटी से टिकट देकर एक तरह से उनका सम्मान किया।