भविष्य के दीपक को राह दिखाएगी 'मशाल'
शिक्षा विभाग की मशाल वेबसाइट से छात्रों की समस्याओं का समाधान होगा। स्कूल के बाद बेहतर भविष्य बनाने का मार्गदर्शन भी किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, पटियाला : शिक्षा विभाग की 'मशाल' वेबसाइट से छात्रों की समस्याओं का समाधान होगा। स्कूल के बाद बेहतर भविष्य बनाने का मार्गदर्शन भी किया जाएगा। बारहवीं के बाद कालेजों और कोर्स की जानकारी के साथ-साथ सरकारी सुविधाओं का विकल्प भी इस वेबसाइट में उपलब्ध होगा। अगर कोई विद्यार्थी पढ़ाई के दौरान मानसिक और परिवारिक दिक्कतों का सामना कर रहे हैं तो भी वे मशाल वेबसाइट के जरिए समस्या का हल ढूंढ सकते हैं। शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में मशाल वेबसाइट के लिए विशेष काउंसलर नियुक्त किए गए हैं, जो छात्रों के साथ-साथ उनके अभिभावकों को इसकी जानकारी दे रहे हैं।
सरकारी विक्टोरिया गर्ल्स स्कूल में एक कार्यक्रम के दौरान अभिभावकों से काउंसलर रंजना ने कहा कि अकसर स्टूडेंट परिवार में होने वाले विवाद या पढ़ाई के दौरान हो रही मानसिक परेशानी किसी को बता नहीं सकते। इस कारण बड़ी घटनाएं हो जाती है। शिक्षा विभाग की मशाल वेबसाइट के जरिए वे अपनी समस्या लिख कर बता सकेंगे जिसका हल विभाग की ओर से नियुक्त काउंसलर या को-आर्डिनेटर करते हैं। स्कूलों में इस वेबसाइट की जानकारी छात्रों के साथ-साथ उनके माता-पिता को भी दी जा रही है। वेबसाइट में अपनी समस्या ही नहीं बल्कि किसी दूसरे स्टूडेंट की समस्या भी बताई जा सकती है।
पारिवारिक क्लेश और आर्थिक संकट की मिली शिकायतें
मशाल वेबसाइट के जरिए कई शिकायतें मिली है। अधिकतर परिवार में विवाद रहने कारण पढ़ाई प्रभावित होने और फीसों के लिए पैसों का अभाव की शिकायतें मिली है। काउंसलर शिकायत मिलने के बाद उसका हल करते हैं। कई बार पारिवारिक सदस्यों से बात कर बच्चे के मन की बात बताई जाती है तो कभी फीसों के लिए सरकारी योजना बताने के साथ-साथ सामाजिक संगठनों से संपर्क किया जाता है। मन की बात कहने से बच्चों का मन भी हल्का हो जाता है और वे सहज महसूस करते हैं।
..रणजीत सिंह धालीवाल, को-आर्डिनेटर