Move to Jagran APP

'सचिव भगाओ, शिक्षा बचाओ' के नारे लगाते हुए शिक्षा सचिव का पुतला फूंका

शिक्षकों ने जिला शिक्षा अधिकारी आफिस में रोष प्रदर्शन के दौरान जिले के सैंकड़ों अध्यापकों ने सचिव भगाओ शिक्षा बचाओ के नारे लगाते हुए फव्वारा चौक पर पुतला फूंका

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Sep 2021 09:24 PM (IST)Updated: Wed, 01 Sep 2021 09:24 PM (IST)
'सचिव भगाओ, शिक्षा बचाओ' के नारे लगाते हुए शिक्षा सचिव का पुतला फूंका
'सचिव भगाओ, शिक्षा बचाओ' के नारे लगाते हुए शिक्षा सचिव का पुतला फूंका

जागरण संवाददाता, पटियाला

loksabha election banner

सांझा अध्यापक मोर्चा के आह्वान पर बुधवार शिक्षकों ने जिला शिक्षा अधिकारी आफिस में रोष प्रदर्शन के दौरान जिले के सैंकड़ों अध्यापकों ने 'सचिव भगाओ, शिक्षा बचाओ' के नारे लगाते हुए फव्वारा चौक पर पुतला फूंका। नेताओं ने कहा कि शिक्षा सचिव शिक्षा ढांचे को मुकम्मल खत्म करने एजेंडे पर काम कर रहें हैं। उनको तत्काल विभाग से चलता करने की मांग की।

रैली में साझा अध्यापक मोर्चा की पंजाब सरकार के साथ हुई बैठकों का हवाला देते हुए कहा गया है कि अध्यापक समर्थक फैसलों के अनुसार सभी मसले हल करन की मांग को लेकर संघर्ष ते•ा करने का ऐलान किया है। रोष प्रदर्शन के उपरांत शिक्षा सचिव की मनमानियां, ज्यादतियों के ़िखला़फ पुतला फूंकते हुए मुलाजिम नेताओं ने ऐलान किया कि आगामी पांच सितंबर को अध्यापक दिवस के मौके सरकारी समागम के समानांतर प्रदेश स्तर पर रोष प्रदर्शन किया जाएगा।

मोर्चा के प्रदेश कनवीनर विक्रमदेव सिंह, बाज सिंह खैहरा और •िाला नेताओं में लक्ष्मण नबीपुर, अतिदरपाल सिंह, पुशपिदर सिंह, जगतार टिवाणा ने कहा कि पंजाब के स्कूल शिक्षा सचिव की असली शिक्षा और पाठ्यक्रम को खत्म करके अपने तैयार किए गैर संवैधानिक ढांचे के द्वारा केवल नेशनल अचीवमेंट सर्वे की तैयारी और निजीकरण समर्थकों की आनलाइन शिक्षा में अध्यापकों और विद्यार्थियों को मानसिक परेशानी में झोंका जा रहा है। तबादले, पेंडिग तरक्कियां आदि के मामले हल न करके एक-एक प्रिसिपल, अध्यापक और क्लर्क पर कई-कई स्कूलों का भार डालकर हजारों पद खत्म किए जा रहे हैं। केंद्र सरकार की तरफ से लाई गई निजीकरण समर्थक शिक्षा नीति-2020 को लागू करके शिक्षा का कार्पोरेट माडल खड़ा किया जा रहा है। स्कूल खुले होने के बावजूद बच्चों के आनलाइन पेपर भेजने और अकादमी जैसे प्रोजेक्टों में सौ प्रतिशत भागीदारी यकीनी बनाने का कड़ा विरोध किया गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.