कॉपी..डीसी की कॉफी चैट : परीक्षा की तैयारी में लगे बच्चों के कपड़ों से पता चल जाता है कि रिजल्ट कैसा आएगा
पटियाला मेहनत का कोई शार्टकट नहीं होता। स्टूडेंट लाइफ के दौरान ही दो-तीन साल का समय ऐसा आता है जब आपका ध्यान दोस्तों व रिश्तेदारों से दूर सिर्फ मेहनत पर ही होना चाहिए।
बलविंदरपाल सिंह, पटियाला
मेहनत का कोई शार्टकट नहीं होता। स्टूडेंट लाइफ के दौरान ही दो-तीन साल का समय ऐसा आता है जब आपका ध्यान दोस्तों व रिश्तेदारों से दूर सिर्फ मेहनत पर ही होना चाहिए। उस समय तैयारी कर ली तो सिविल एग्जाम भी छोटी चीज लगेंगे। यह कहना है पटियाला के डीसी कुमार अमित का। पंजाब सरकार के घर-घर रोजगार योजना के तहत वे वीरवार को मिनी सचिवालय के जिला रोजगार एवं कारोबार ब्यूरो में विभिन्न कॉलेजों के विद्यार्थियों से कॉफी पर चर्चा कर रहे थे। करीब एक घंटे की चर्चा में एक भी मिनट ऐसा नहीं आया जब विद्यार्थियों को कुछ न सीखा हो। उनके समेत कई अधिकारियों ने अपने जीवन के अनुभव भी साझे किए। सिविल सर्विसेज परीक्षा क्रैक करने के टिप्स दिए। सब सवालों के जवाब दिए। विद्यार्थियों की उत्सुकता देख डीसी ने घोषणा भी कि वे हर सप्ताह ऐसी चर्चा करेंगे। इसका नाम भी 'काफी चैट' रखा। ------------------
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तैयारी में लगे बच्चे के कपड़ों से ही अहसास हो जाता है कि रिजल्ट कैसा आएगा। तैयारी करने वाले बच्चे अकसर सोचते हैं कि कम खाएंगे तो कम सोएंगे। लेकिन सेहत का ध्यान रखने के लिए हल्का व्यायाम या फिर दौड़ व योगासन करना चाहिए। इससे एकाग्रता बढ़ती है।
-डीसी, कुमार अमित अग्नि-5 मिसाइल का काम छोड़ आइएएस की तैयारी में लग गया
डीसी ने अपनी जिंदगी का अनुभव भी शेयर किया। कहा, मुंबई में एलएंडटी जैसी बड़ी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी करता था। कुछ करने की जिद में दिल्ली में अपने दोस्त के साथ रहने लगे। वहां एक छोटा सा कमरा लिया और आईएएस की तैयारी में जुट गए। अग्नि-5 मिसाइल के लिए चिप डिजाइन करने का काम बीच में छोड़कर लोगों के बीच गया और उनकी सेवा करने का काम अपनाया। ---------------------------- एडीसी की टाइम मैनेजमेंट
एडीसी विकास डॉ. प्रिया यादव ने बताया, 'सभी के पास 24 घंटे ही होते हैं। परीक्षा की तैयारी के दौरान समय का आकलन व प्रबंधन दोनों डेली (बेस रोजाना) पर होना चाहिए। मेडिकल बैकग्राउंड होने के बावजूद लोक प्रशासन का विषय लिया। पता था कि यह कर लूंगी। हर व्यक्ति को उसकी कमजोरी व शक्ति के बारे में पता होता है। यह बात उसे कोई दूसरा नहीं बता सकता। पूछनी भी नहीं चाहिए। स्वयं ही समीक्षा कर सारे जवाब खुद से मिल जाएंगे। कोट
इंटरनेट और स्मार्टफोन परीक्षा की तैयारी में वरदान साबित हो सकते हैं। उनका प्रयोग सलीके से करना चाहिए। सोशल मीडिया में जाने की बजाय वास्तविक दुनिया में लोगों से मिलते रहना और उन्हीं से कुछ न कुछ सीखने के प्रयास करना चाहिए।
-एडीसी विकास डॉ. प्रिया यादव।
-------------------------------- परीक्षा क्रैक करने के दिए टिप्स
साल 2018 बैच के ट्रेनी आईएएस टी बैनिथ ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षा क्रैक करने अथवा अच्छे अंक लेने के लिए कई तकनीकों का सहारा लिया जाता है। बीटेक में ग्रेजुएट टी. बैनिथ ने बताया कि उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में राजनीतिक विज्ञान को क्यों चुना? पिछली प्रतियोगिता परीक्षा में किन विषयों में ज्यादा अंक आ रहे हैं। आप कहां बेहतर कर सकते हैं।