डॉ. मीनाक्षी पार्क में लहलहा रही शिक्षा की हरियाली
पटियाला बच्चों को शिक्षित करने के लिए हिदी अध्यापक परंपरावादी प्रयासों से हट कर अलग प्रयास कर रही है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : बच्चों को शिक्षित करने के लिए हिदी अध्यापक परंपरावादी प्रयासों से हट कर अलग प्रयास कर रही है। सरकारी फीलखाना स्कूल में कार्यरत डॉ. मीनाक्षी वर्मा ने स्कूल के बच्चों को पढ़ाई में दिलचस्पी पैदा करने के लिए खाली जगह में एजुकेशन पार्क बनाया है और रूटीन की ड्यूटी से हटकर जरूरतमंद बच्चों की पढ़ाई के लिए भी खुद खर्च कर रही हैं। हिदी में पीएचडी करने के बाद डॉक्टर की उपाधि मिली, तो उन्होंने शिक्षा के अधिकार को आगे बढ़ाया। उनके लेखन को सरकारी पाठ्यक्रम में भी शामिल किया गया है।
हिदी पढ़ाने के साथ-साथ बच्चों को शिक्षित करने के जज्बे के कारण मीनाक्षी वर्मा सरकारी स्कूल से मिलने वाले वेतन को एजुकेशन पार्क बनाने और बच्चों की मदद पर खर्च कर देती हैं। डॉ. वर्मा के मुताबिक शिक्षा क्षेत्र में कुछ करने के जुनून से ही उन्होंने अपनी कमाई को बच्चों पर खर्च करने का मन बनाया। उनके इस निश्चय में पति और बच्चों ने भी साथ दिया। यहां तक की एजुकेशन पार्क के लिए फंडों की जरूरत पड़ती तो घर से पैसे लेकर खर्च करती हैं। उनके अलग तरह के प्रयासों के कारण शिक्षा विभाग ने विशेष पुरस्कार के सम्मानित किया है। राज्य स्तर पर सम्मान मिलने के बाद डॉ. वर्मा ने शिक्षा के क्षेत्र में नई उपलब्धियां प्राप्त करने और शिक्षा के प्रसार करने का अभियान चलाया है। वे समय-समय पर शिक्षा विभाग को अपने अनुभव और नए प्रयास शुरू करने को लिखती रहती हैं।
पति भी करते हैं हरसंभव मदद
पत्नी के शिक्षा को लेकर जुनून पर पति अरविद कुमार ने कहा कि परिवार होने के बावजूद मीनाक्षी की पढ़ने और पढ़ाने में कोई दिक्कत नहीं आई। उनके इस जनून को देखकर वे भी शिक्षा के लिए जितना होता है अपना योगदान देते हैं। चाहे बच्चों की मदद हो या कोई और प्रयास परिवार हमेशा उनके साथ रहता है।