धान की गर्द घरों में आने से भारत कालोनी निवासी परेशान
राजपुरा (पटियाला) अनाज मंडी में धान की फसल के उठान-निपटान को लेकर प्रशासन के तमाम दावे हवा होते नजर आ रहे हैं।
संस, राजपुरा (पटियाला) : अनाज मंडी में धान की फसल के उठान-निपटान को लेकर प्रशासन के तमाम दावे हवा होते नजर आ रहे हैं। कुछ आढ़तियों और शैलर मालिकों ने अपनी सुविधा के लिए नियमों कायदों को ताक पर रखा है कि प्रशासन नाम की कोई चीज ही नहीं है। दूसरी तरफ किसान भी परेशान हैं कि अनाज मंडी में धान न गिराकर दूरदराज गिराया जा रहा है जहां वह रात-रात भर जागकर अपने अनाज की पहरेदारी कर रहे हैं। सबसे बुरा हाल नए बने बस अड्डे के नजदीक भारत कालोनी में रहने वाले लोगों का है। जहां केवल तीन आढ़तियों ने बस अड्डे की जगहों को अनाज मंडी में तबदील कर दिया है। हालात ये है कि आबादी क्षेत्र के साथ लगते इस स्थान पर धान की बोली कर ढुलाई हो रही है। जिसके चलते भारत कालोनी निवासी इस बात का विरोध कर रहे हैं कि धान की झराई के कारण गर्द उनके घरों में आ रही है। जिसके चलते उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं उनके परिवार के लोग भी गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे है। लोगों ने चेतावनी दी कि अगर आने वाले एक-दो दिन में समस्या हल ना हुई तो सड़कों पर उतर कर रोष प्रदर्शन शुरू कर देंगे।
इस संबंधी एडवोकेट रविन्द्र सिंह, निर्भय सिंह, जतिद्र कुमार, चरनप्रीत सिंह, कंवलजीत सिंह, भुपिद्र सिंह, दशमेश सिंह, जोगिदर सिंह, रकेश कुमार, बचन लाल, जसपाल सिंह, हरविद्र सिंह, जसजीत सिंह लखविदर सिंह ने कहा कि अनाज मंडी के तीन आढ़तियों की तरफ से धान की खरीद व झाड़ का कार्य किया जा रहा है। पिछले 20 दिनों से बस अड्डे में धान की गर्द से वह बेहद परेशान है। इसके लिए उन्होंने मर्केट कमेटी, नगर कौंसिल, एसडीएम, डीसी दफ्तर, एसएसपी पटियाला व डीएसपी राजपुरा के पास शिकायत भी की है, लेकिन कोई हल नहीं हुआ। मंजूरी से ही स्टोर कर रहे धान
तीनों आढ़तियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मार्केट कमेटी व प्रधान आढ़ती एसोसिएशन से लिखित पत्र मिलने के बाद ही उन्होंने फसल बंद पड़े बस अड्डे पर डलवाने का कार्य शुरू किया है क्योंकि मंडी में जगह की कमी के चलते ही उन्हें बाहर भेजा गया है। क्या कहते हैं मार्केट कमेटी के सुपरिटेंडेंट
जल्द खाली करवाएंगे जगह
सुपरिंटेंडेंट जीएस सैणी का कहना है कि डीसी पटियाला के आदेशों पर ही कुछ खाली पड़ी जगहों को आढ़तियों को धान की फसल के प्रयोग के लिए दिया गया है, लेकिन अब उन्हें जगह जल्द खाली करने की बात कही गई है बहुत जलद बस अड्डे वाली जगह खाली करवा ली जाएगी।