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रेड सिग्नल जंप करने वालों ने बढ़ाया जिले में हादसों का ग्राफ

जिले की सड़कों पर हर साल एक हजार से अधिक लोगों की हादसों में जान जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 05:00 AM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 05:00 AM (IST)
रेड सिग्नल जंप करने वालों ने बढ़ाया जिले में हादसों का ग्राफ
रेड सिग्नल जंप करने वालों ने बढ़ाया जिले में हादसों का ग्राफ

प्रेम वर्मा, पटियाला

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जिले की सड़कों पर हर साल एक हजार से अधिक लोगों की हादसों में जान जा रही है। पटियाला पुलिस इन आंकड़ों को बताते हुए लोगों को जागरूक करने में जुटी है, वहीं दूसरी तरफ रेड सिग्नल जंप करने वाले की संख्या चार हजार से ऊपर हो चुकी है। ट्रैफिक पुलिस के अनुसार साल 2019 में उन्होंने करीब 22929 चालान काटे हैं, इसमें से चार हजार चालान सिर्फ रेड सिगनल जंप करने के हैं। 2020 में लगातार क‌र्फ्यू व लाकडाउन के कारण इसमें कमी आई है लेकिन 2019 के पहले के आंकड़ों पर नजर डाले तो यह संख्या लगातार बढ़ती रही है। बिना हेलमेट व्हीकल चलाने के 4735 और बिना ड्राइविग लाइसेंस के व्हीकल चलाने के करीब 1400 चालान काटे गए हैं। इसके अलावा रांग साइड पर व्हीकल चलाने का आंकड़ा भी 3000 के करीब है। यह आंकड़ें बताते हैं कि हादसों को रोकने के लिए हमें ट्रैफिक नियमों का पालन गंभीरता से करते हुए पटियाला पुलिस को सहयोग देना होगा। शराब पीकर व्हीकल चलाने वालों की संख्या करीब एक हजार है। शराबी वाहन चालकों की वीडियो इस साल लगातार इंटरनेट मीडिया पर वायरल भी हुई है, जिससे साबित होता है कि एक तरफ जहां नियमों का उल्लंघन किया है। वहीं पुलिस मुलाजिमों से उलझते हुए जुर्म भी किया।

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हाईवे पर खुले रेस्टोरेंट व रेहड़ियां भी बड़ी वजह

शहर से होकर गुजरने वाली हाईवे पर रेहड़ियों व रेस्टोरेंट की संख्या लगातार बढ़ने लगी है। शहर का ब्लैक स्पाट माना गया पुरानी चुंगी चौक पर ही एक व्यक्ति ने रेस्टोरेंट खोल सड़क पर ही तंदूर लगा दिया। रोड पर ही लोग अपनी गाड़ियां पार्क करके शराब व खाने का लुप्फ उठाते हैं, जिस वजह से हादसों पर रोक नहीं लग पा रही है। ऐसे ही हालात एसएसटी नगर, हीरा बाग, लीला भवन, शेरां वाला गेट, गुरूद्वारा साहिब से सेंट्रल जेल जाने वाली रोड और सरहिद रोड पर बने हुए हैं। यहां पर आने वाले लोग अपनी मनमर्जी कर वाहन पार्क करते हैं, जिस वजह से परेशानी बढ़ रही है।

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पीसीआर की सख्ती की जरूरत

पुलिस महकमे ने सड़कों पर नियमों का उल्लंघन करने वालों पर लगाम कसने के लिए पीसीआर विग को चालान बुक सौंप दिए हैं लेकिन यह मुलाजिम कुछ सड़कों पर जाकर कार्यवाही करने तक सीमित है। ऐसे में इन पीसीआर मुलाजिमों को सख्ती से एक्शन लेने के अधिकार सौंपने की जरूरत है।


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