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राजपुरा का आधुनिक बस अड्डा बना 'ट्रक अड्डा'

लगभग 20 वर्ष पहले अकाली-भाजपा सरकार के समय में करोड़ों की लागत से बनाये बस अड्डे की इमारत नेताओं व अधिकारियों की लापरवाही से अब खंडहर बनती जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Sep 2021 04:45 PM (IST)Updated: Wed, 01 Sep 2021 04:45 PM (IST)
राजपुरा का आधुनिक बस अड्डा बना 'ट्रक अड्डा'
राजपुरा का आधुनिक बस अड्डा बना 'ट्रक अड्डा'

प्रिस तनेजा, राजपुरा (पटियाला) :

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नगर कौंसिल ने आम जनता की सुविधाओं के लिए लगभग 20 वर्ष पहले अकाली-भाजपा सरकार के समय में करोड़ों की लागत से बनाये बस अड्डे की इमारत नेताओं व अधिकारियों की लापरवाही से अब खंडहर बनती जा रही है। उक्त बस अड्डा बसों के आने जाने के बजाय गलत कार्य करने वाले लोगों के लिए पशुओं के ठहरने के लिए सुविधाजनक स्थान के अलावा अब ट्रक खड़े करने का अड्डा बन कर रह गया है। जनता के खून पसीने से दिये टैक्स से करोड़ों रुपये की कीमती जगह पर करोड़ों रुपये खर्च कर बनाया गया बस अड्डे का अकाली भाजपा नेताओं के अलावा कांग्रेस के नेताओं ने भी लाखों रुपये उद्घाटन पर खर्च करने के बाद भी पिछले साढ़े चार वर्षों में मौजूदा कांग्रेस सरकार की ओर से भी कोई सुध ना लेने के बाद बस अड्डे की बिल्डिंग खंडहर व बस अड्डा, ट्रक अड्डा बनकर रह गया है।

उल्लेखनीय है कि साल 1997 से 2002 तक राजपुरा के विधायक बनने के बाद पंजाब सरकार में स्थानीय निकाय मंत्री भाजपा नेता बलरामजी दास टंडन ने उक्त बस अड्डे का निर्माण करवाया और 2002 के विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक लाभ के लिए इसका उद्घाटन भी करवाया दिया। साल 2002 से 2007 तक पंजाब में कांग्रेस सरकार के रहते पटियाला से सांसद परनीत कौर ने व इसके बाद की अकाली भाजपा सरकार में ट्रांसपोर्ट मंत्री रहे मास्टर मोहन लाल ने बस अड्डे का उद्घाटन तो कर दिया व राजपुरा के पूर्व विधायक व पूर्व मुख्य संसदीय सचिव के पद पर रहते हुए राज खुराना ने कई बार प्रयास करने के बाद भी अपने कार्यकाल में वह इलाके के लोगों को नए बस अड्डे की सुविधा नहीं दे सके। जनता की गाढ़ी कमाई से दिए टैक्स से करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी जनता को सड़क किनारे धूप मे खड़े होकर, वर्षा में भीगकर बस का इंतजार करना पड़ रहा है।

बताया जाता है कि जनता को आधुनिक बस अड्डे की सुविधाएं देने के लिए प्रशासन ने बस अड्डे के निर्माण के लिए जो जगह चुनी गई थी, वह किसी राजनेता को फायदा पहुंचाने के लिए चुनी गई थी, जिसके चलते बस अड्डे में बसों के अंदर आने व जाने के लिए जीटी रोड से सही रास्ता न होने व नेशनल हाइवे बनने के चलते वहां से ओवरब्रिज बनवा कर बस अड्डे में आने वाली बसों के लिए रास्ता न निकाले जा सकने के कारण लोगों की सुविधा के लिए बनाया गया बस अड्डा शुरू नहीं हो सका। अगर सत्ताधारी नेता व नगर कौंसिल राजपुरा करोड़ों रुपये कीमती जगह पर बस अड्डा शुरू नहीं करवा सकते तो उक्त कीमती जगह पर कोई शापिग कांप्लेक्स या कोई अन्य प्रोजेक्ट ला कर इसे डेवलप कर सकते हैं।

ईओ नगर कौंसिल रवनीत सिंह ने कहा कि उक्त बस अड्डा को चलाने की बहुत कोशिश की है पर बसों के अंदर आने के लिए सही रास्ता न होने के कारण यह अभी तक चल नहीं सका। उन्होंने कहा कि इस जगह पर किसी अन्य प्रोजेक्ट के लिए हाऊस की बैठक में विचार किया जाएगा।


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